SUCCESSFUL PERSONALITY INTERVIEW OF DR D K GARG CHAIRMAN ISHAN INSTITUTE

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ROHIT SHARMA , TEN NEWS

आपके जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि ​क्या है 
मेरे जीवन मे 3 सबसे बड़ी उपलब्धि रही है 1 – अपने जीवन मे माँ बाप की सेवा करने का मौका मिला , ये मेरी सबसे बड़ी  उपलब्धि है  और दूसरी उपलब्धि है  कि मुझे अपने जीवन मे  खुब पढ़ने का मौका मिला और 52 साल की उम्र तक खुब पढ़ाई की और काफी डिग्री हासिल की, और तीसरी उपलब्धि मेरी ये रही जो मैंने चाह वो मुझे मिला और ईश्वर का आशीर्वाद से मेने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया लेकिन कभी हार नही मानी और आगे बढ़ता चला गया । 

चुनॉतीयां क्या क्या रही जीवन में 
 
मैंने शुरू से अपने जीवन मे हर कदम पर चुनॉतीयां का सामना करना पड़ा , क्योकि मुझे गाइड करने वाला कोई नही था और मुझे खुद ही मेहनत से आगे बढ़ना पड़ा। सबसे बडी वजह यही है की हमारे देश और समाज के लोगों के खून मे रिश्वतखोरी भरी पड़ी है और जातिवाद ,अफसरशाही भी लोगो के कण कण मे है जिसके कारण अपने काम कराने मे काफी चुनोती का सामना करना पड़ता है।    

 

आपके जीवन का सक्सेस मंत्र क्या है  
 
मेरे जीवन का सक्सेस मन्त्र यह है की मैंने अपने जीवन मे  ईमानदारी से काम किया और मैंने अपने जीवन जो सोचा , उसे पूरा करने की कोशिश की और कभी भी पीछे  हटने का सपना नही देखता हूँ  जब जाकर सफलता मिलती है यही मेरा सक्सेस मन्त्र है 
 
 
आपका रोल माडल कौन कौन है जीवन में 
 
मेरे जीवन मे मेरे रोल मॉडल प्रधिकरण के पूर्व चैयरमेन श्री बिर्जेश कुमार थे उनसे मे काफी प्रभावित हुआ हूँ और उनसे काफी कुछ सीखने को भी मिला । वही हर कदम पर उनका आशिर्वाद प्राप्त होता रहा है और इसलिए वो मेरे रोल मॉडल भी है और मार्गदर्शक भी है 
 
क्या आप भगवान पर भरोसा करते है 
मे भगवान को काफी मानता हूँ और रोजाना घर मे हवन करता हूँ और मुझे 200 से ज्यादा वेद मन्त्र याद है । मेरा विश्वास है कि भगवान् कण कण मे है और उनका आशिर्वाद सदा मुझ पर बना रहा है।
जीवन में सबसे ज्यादा की किन किताबो का प्रभाव पड़ा
मेरे जीवन मे किताबो का काफी ज्यादा असर पड़ा है।  लेकिन मेरे जीवन मे मुंसी प्रेमचाँद की किताबो को काफी पड़ा है और उनकी किताबो से ही मुझे लिखने का शौक भी बड़ा और साथ ही मेरे पिताजी के संस्कारो  से काफी कुछ सीखने को मिला। हाँ आज मुझे 14 संस्करणों को लिखने को मिला ,और मेरा मानना है कि लेखक को समाज को सामने रखकर ही किताब लिखनी चाहिए और कहानी ,कलाकीर्ति  मे कोई बनावटीपन नही होना चाहिए । 
किस तरह की फिल्म आपको पसंद है 
मुझे फिल्मे देखने का कोई शौक अब नही रहा है लेकिन मैंने अपने जीवन मे कोई दो या तीन फिल्मे ही देखी होंगी और वो भी अब याद नही है । बस एक फिल्म है अंगूर जो मैंने कई बार देखी और उसके बाद एक नयी फिल्म वेलकम है । दिमाग को फ्रेश  करने के लिए हर रविवार को देखता हूँ।
 
गाने किस तरह के पसंद है आपको 
 
मुझे केवल गजल काफी पसंद है जगजीत सिंह की और खाली समय मे जब जगजीत सिंह की गजल सुनता हूँ दिल को काफी सकून सा मिलता है। 
खेलों में आपकी क्या  रूचि है 
मेरी खेलो मे काफी रूचि रही है बचपन से एथलीट था और अभी भी मे दौड़ लगाता हूँ ।  इसके अलावा कुश्ती भी काफी पसंद है और अपने जीवन मे पहलवानी भी करी है आज भी पहलवानी और कुश्ती दोनों के मैच होते है तो मै जरूर देखता हूँ
मोदी जी के कार्यशैली से कितना संतुष्ट हैं 
पीएम मोदी के काम से में बेहद काफी संतुष्ट हूँ और उनसे मे अब काफी प्रभावित भी हुआ हूँ । लेकिन एक बात है मोदी जी मे ,जहाँ पर हमारी सोच खत्म हो जाती है वहाँ से मोदी जी की सोच  काम करती है इसलिए उन पर कोई भी  टिप्पणी करना गलत ही होगा , वैसे मोदी जी सही काम कर रहे है और देश भी विकास की और काफी तेज गति से बढ़ रहा है ।
आपने कोन कोन सी अभी तक किताबे लिखी
मैंने काफी किताबे लिखी है जो आयुर्वेदिक पर आधारित है और कुछ किताबे पेड़ पौधों पर लिखी है । मेरी किताबे लिखने की रूचि एक घटना से बड़ी। ( एक बार मै जयपुर गया था तो  दोस्त के परिवार के घर रात गुजारने का मौका मिला। ,वहाँ देखा की उनके घर पर अस्थमा के मरीज आते है और वो दवाई की एक खुराख से ठीक हो जाते है  तो ये देखकर मे हैरान हो गया , उस दवाई के बारे मे जानने की इच्छा हुई , तो उन्होंने मुझे बताने को मना कर दिया , और मैंने वापस आकर मैंने सभी तरह की आयुर्वेदिक की किताबें बहुत पड़ी और मैंने अस्थमा को ठीक करने का फार्मूला ढूंढ निकाला ) वही में हर साल मे 5000 अस्थमा के मरीजों को  दवाई देकर ठीक करता हूँ और आज भी ये सिलसिला जारी है 

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