ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़े जाने को लेकर बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ एसयूसीआई ने किया विरोध प्रदर्शन
ROHIT SHARMA/JITENDER PAL- TEN NEWS
(16/05/2019) कोलकाता के विद्यासागर कॉलेज में 14 मई को ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा को तोड़े जाने के विरोध में आज एसयूसीआई कम्युनिस्ट संस्था ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया । साथ ही बीजेपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और आरएसएस के खिलाफ नारेबाजी की ।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कोलकाता के विद्यासागर कॉलेज में 14 मई को कोलकाता में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैली में हिंसक घटना के दौरान आरएसएस और बीजेपी की गुंडा वाहिनी द्वारा भारत के महापुरुष ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़े जाने को लेकर आज दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया । विरोध प्रदर्शन में दिल्ली के विभिन्न इलाकों से आए लोगों ने हिस्सा लिया ।
वही इस विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई सभा को एसयूसीआई तथा विभिन्न जन संगठनों के नेताओं ने सम्बोधित किया । वक्ताओं ने कहा कि देश के पुनर्जागरण काल के मनीषी ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति को ऐसे समय मे तोड़ा गया है , जबकि पूरा देश उनकी 200वी वर्षगांठ मनाने की तैयारियां कर रहा है । भारतीय पुनर्जागरण काल से लेकर आजादी आंदोलन तक वे भारत की एक महानतम हस्ती थे , जिन्होंने धर्मनिरपेक्ष मानवतावादी सोच को भारत मे प्रतिष्ठित किया ।
साथ ही उन्होंने कहा कि ईश्वर चंद्र विद्यासागर की मूर्ति को गिराया जाना मात्र चुनावी हिंसा का हिस्सा नही बल्कि यह एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है ।
वही प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि पिछले वर्ष इन लोगों के द्वारा त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति को तोड़ा गया था । आरएसएस तथा बीजेपी द्वारा किए गए इन कृत्यों की तुलना अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा बुद्ध की मूर्ति को तोड़ने की घटना के साथ की जा सकती है ।
उनका कहना की आरएसएस तथा बीजेपी मध्यकालीन परंपरावादी सामंती चिंतन के पैरोकार है । आज वे प्रगतिशील चिंतन से भयभीत है , वही दूसरी तरफ ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने रूढिवादी दलदल में आकंठ डूबे हिन्दू समाज व ब्राह्मणवाद के खिलाफ आवाज उठाई एवम वैज्ञानिक सोच का प्रसार किया । यही वजह है कि आरएसएस और भाजपा के समक्ष ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रगतिशील विचारधारा ही सबसे बड़ा खतरा है । जिसकी वजह से आज विद्यासागर की मूर्ति भी उनके लिए खतरा बनी हुई है ।
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