बॉर्डर सील पर सुप्रीम कोर्ट का सख्त आदेश , दिल्ली-यूपी-हरियाणा के लिए हो एक ही पास

Rohit Sharma

Galgotias Ad

नई दिल्ली :– कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच बॉर्डर सील होने से परेशान लोगों को जल्द राहत मिल सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने इसपर सुनवाई करते हुए कहा है कि दिल्ली-एनसीआर के लिए एक ही पास होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एक कॉमन पास बने जिसकी हरियाणा, यूपी और दिल्ली तीनों राज्यों में मान्यता हो।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि तीनों राज्यों के लिए एक ही पास होना चाहिए। मतलब इसका पास एक ही जगह एक ही पोर्टल पर बनना चाहिए। कोर्ट ने केंद्र से इसपर एक हफ्ते में समाधान निकालने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ मिलकर इसका समाधान निकाले।

कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान पहले उत्तर प्रदेश ने नोएडा और गाजियाबाद के बॉर्डर सील किए। इन्हें बीच में खोला गया लेकिन फिर सील किया गया। इसी तरह हरियाणा ने गुड़गांव और फरीदाबाद के सारे बॉर्डर सील किए।

बीच में इन्हें भी खोला गया लेकिन फिर सील किया गया। फिर जब एक जून से हरियाणा ने ढील देने की बात कही तो अरविंद केजरीवाल ने 8 जून तक के लिए यूपी और हरियाणा बॉर्डर सील कर दिए।

33 दिन बाद दिल्ली-गुरुग्राम के बीच लोगों की आवाजाही बिना रोक-टोक होने लगी थी। बॉर्डर पर हरियाणा सीमा में कुछ जगहों से पुलिस ने बैरिकेडिंग हटानी भी शुरू कर दी थीं। दिल्ली-गुरुग्राम के बीच सबसे अहम रजोकरी बॉर्डर पर बुधवार सुबह ही पुलिस ने बैरिकेडिंग हटा दी थी। इससे लोगों को जाम से छुटकारा मिल गया। वहां पुलिसकर्मियों की संख्या भी कम कर दी गई थी।

दिल्ली की तरफ आ रहे लोगों से भी अधिक पूछताछ नहीं की जा रही थी। कापसहेड़ा बॉर्डर पर भी सुबह के समय कुछ पूछताछ हुई, लेकिन इसके बाद लोगों को बेरोकटोक आने-जाने दिया गया।

वहीं उत्तर प्रदेश के नोएडा और गाजीपुर बॉर्डर पर स्थिति दूसरी थी। यहां चेकिंग जमकर हुई। ईस्ट दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर से गुजरने वालों को आजकल अजीब हालात का सामना करना पड़ रहा है। कभी तो बॉर्डर पर चेकिंग सख्त कर दी जाती है जिस कारण लंबा जाम लग जाता है, तो कभी पुलिसवाले सबकुछ खुला छोड़ देते हैं। यह हाल केवल गाजियाबाद की तरफ जाने वाले रूट का ही नहीं है, बल्कि गाजियाबाद से दिल्ली आने वाले रूट पर भी यही हालात हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.