संवैधानिक संस्थाओं पर हमला सिर्फ कांग्रेस की बौखलाहट : केंद्रीय मंत्री विजय गोयल
Lokesh Goswami Ten News Delhi :
आज बीजेपी के यूनियन मिनिस्टर विजय गोयल ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि कांग्रेस सभी संवैधानिक संस्थाओं पर हमला कर रही है। अब वह कांग्रेस संविधान बचाओ दिवस की बात कर रही है जिस कांग्रेस ने 1975 के अंदर सारी संविधान संस्थाओं को धता बताकर लोकतंत्र की हत्या कर देश के अंदर आपातकाल इमरजेंसी लागू कर दिया था। चुनाव में लगातार राज्य उसके हाथ से निकल जाते हैं और बदहवासी में कांग्रेस संवैधानिक संस्था इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया पर जबरदस्ती के आरोप लगाती है।
वह संविधान सम्मत संसद के अंदर बहुमत ना होने के बावजूद संसद को ठप करती है और स्पीकर और चेयरमैन पर अटैक करती है। कांग्रेस संवैधानिक संस्था जुडिशरी के ऊपर भी हमला करती है। जब निर्णय उसके मन मुताबिक नहीं आते तो कांग्रेस को संविधान बचाओ की याद आती है पर कांग्रेस ने सिर्फ मुद्दा राजनितिक लाभ के लिए उठाया है।
कांग्रेस सरकार से ध्यान हटाने के लिए और मोदी जी की जो विकास यात्रा है उसको रोकने के लिए कांग्रेस इस तरह के नोटिस लेकर आ रही है।
कांग्रेस उसी सुप्रीम कोर्ट में जाने की बात कर रही है। जिस सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के ऊपर वह हमला कर रही है इस तरह से कांग्रेस एक विचित्र स्थिति देश के अंदर पैदा कर रही है।
विजय गोयल ने कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील पर भी सवाल उठाते हुए कहा , “उनके नेता और प्रसिद्ध वकील कपिल सिब्बल इस बात को कह कर न्यायपालिका की अवहेलना करते हैं की मैं चीफ जस्टिस की अदालत के अंदर नहीं जाऊंगा। मैं समझता हूं कि कांग्रेस और दूसरी पार्टियां जो इस तरह के कदम उठा रही है उनको देश हित में यह नहीं करना चाहिए और संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करना चाहिए ” .
राष्ट्रपति द्वारा एप्लीकेशन को रिजेक्ट कर देने पर भाजपा नेता विजय गोयल ने कहा की, “मैं समझता हूं जस्टिस इंक्वायरी 1968 सेक्शन 31 बी इस बात को बताता है कि चेयरमैन जब कोई भी नोट इनफार्मेशन फॉर रिमूवल ऑफ सुप्रीम कोर्ट हाई कोर्ट जस्टिस उसके पास आएगा तो यह चेयरमैन का अधिकार है उसको स्वीकार करें या अस्वीकार करे अपने विवेक को इस्तेमाल करते हुए लोगों से राय लेते हुए काम करे ” .