नई दिल्ली :– भारत देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पंच तत्व में विलीन हो गए । आपको बता दे कि वाजपेयी की अंतिम यात्रा में हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। अंतिम यात्रा बीजेपी मुख्यालय से राष्ट्रीय स्मृति स्थल तक पहुँची।
खासबात ये है कि पूर्व पीएम की अंतिम यात्रा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पैदल चलकर बीजेपी मुख्यालय से स्मृति स्थल तक पहुंचे । जिसके साथ हजारों की संख्या में लोग इस अंतिम यात्रा में साथ थे ।
वही दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत बीजेपी के कई दिग्गज अटल की अंतिम यात्रा में पैदल चल रहे थे।
वही सड़कों के दोनों किनारे खड़े होकर लोग नम आंखों से वाजपेयी को अलविदा कह रहे थे । साथ ही बीजेपी मुख्यालय और स्मृति स्थल के बीच करीब 4 किलोमीटर का अंतर है। जिसको पूरा करने में 2 घण्टे का समय लगा।
दरअसल करीब 9 बजे उनके पार्थिव शरीर को उनके निवास स्थल से बीजेपी मुख्यलय लाया गया और वहाँ से1 बजे लोगों के भारी हुजूम के साथ उनका पार्थिव शारीर को राष्ट्रीय स्मृति स्थल के लिए रवाना हुआ। उनके कद का अंदाज़ इसी बात से लगया जा सकता है की स्वयं प्रधानमंत्री ने सारे सुरक्षा घेरों को तोड़ते हुए अंतिम यात्रा में पैदल चलने का फैसला किया।
वही एक बजे के बाद से तमाम वीआईपी लोगों का पहुचना शुरू हो गया था। वाजपेयी का व्यक्तित्व ऐसा था कि तमाम विरोधी दलों के नेता भी मौजूद रहे। जैसे कि राहुल गांधी, फारूक अब्दुल्ला, और कई नेता काफी दूर से ही पैदल उत्तरकर स्थल तक पहुँचे ।इस दौरान तीनो सेना के प्रमुख भी मौजूद रहा । वही अटल बिहारी वाजपेयी को श्रंद्धाजलि अर्पित करने विदेश के नेता भी पहुँचे।
काफिले के साथ चल रहा जन सैलाब और पहले से मौजूद पार्टी के कार्यकता पार्थिव शरीर की एक झलक पाने के लिये उमड़ पड़े ।हर कोई भारत माता के इस सपूत को अपनी आंखों में भर लेना चाहता था।
भारत देश के तीनो सेनाओं के अधिकारियों द्वारा उन्हे गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।इस दौरान कई लोग बेहद भावुक भी हो गए।