किसान अपनी फसलों का वैज्ञानिकों द्वारा बतायी गयी तकनीक का प्रयोग करेंःसीडीओ
GREATER NOIDA LOKESH GOSWAMI आज ग्रेटर नोएडा के विकाश भवन में मुख्य विकास अधिकारी माखन लाल गुप्ता ने बताया कि जमीन कम पड़ती है। जमीन पर अधिक फसलों के उत्पादन के लिए वैज्ञानिक विधि से खेती करना कारगर सिद्ध हो सकता है। किसानों को वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की गई नई-नई तकनीक का प्रयोग खेती के लिए करना चाहिए। इस विधि से खेती करने पर किसानों को लागत से ज्यादा उत्पादन पैदा हो सकता है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। और उन्होंने किसानों से नई-नई तकनीक का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया। कृषि विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में खरीफ फसल पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। वैज्ञानिक विधि से खेती किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी । बीते वर्ष किसानों की फसलें नष्ट हो गई थीं। इससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था।कार्यक्रम में जिला कृषि अधिकारी ने किसानों को विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि खरीफ फसलों में संतुलित खाद की मात्रा का प्रयोग करें तो निश्चित रूप से फसल स्वस्थ रहेगी । उन्होंने किसानों को खेती के लिए सुगम व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार के योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी। अभी तक किसानों को सबसे अधिक पैसा फसलों की सिचाई के लिए खर्च करना पड़ता है। इससे राहत पाने के लिए प्रदेश सरकार ने किसान बंधुओं के लिए सोलर पंप में छूट देने व खरीद के लिए ऋण देने की योजना तैयार की है। इससे सिचाई काफी सस्ती हो जाएगी। किसान बंधु समय पर फसलों की सिचाई कर सकेंगे। 2 , 3 ,5 हार्स पावर के सोलर पंप अनुदान के आधार पर किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे। दो हार्स पावर का पंप दस मीटर की गहराई, तीन हार्स पावर का 50 मीटर व पांच हार्स पावर का पंप 70 मीटर की गहराई से पानी निकालने मे सक्षम है। कृषि वैज्ञानिक डा. लक्ष्मीकांत ने धान की अधिक उत्पादन व खुशबू वाली किस्म के संबंध में विस्तार से बताया। किसानों को नर्सरी तैयार करने से लेकर फसल पूर्ण होने तक की वैज्ञानिक विधि की जानकारी दी। कृषि रक्षा अधिकारी ने फसलों में होने वाली बीमारी व उनके रोकथाम के बारे में बताया। इस अवसर पर कृषि उप निदेशक शेष नारायण दूबे सहित अन्य कृषि अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।किसानों के लिए हैल्पलाइन नंबर किसानों के लिए दो हेल्पलाइन नंबर शुरू किए गए हैं। कृषि अधिकारी ने बताया कि मोबाइल नंबर-9452247111 एवं 9452297111 पर एसएमएस के माध्यम से कोई भी किसान किसी भी प्रकार जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 48 घंटों के भीतर किसान को एसएमएस के माध्यम से जानकारी प्राप्त हो जाएगी