नई दिल्ली : विश्व वेदान्त संस्थान के संस्थापक आनंद महाराज नें आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
” राम मंदिर निर्माण का आंदोलन दिन पर दिन प्रबल होते जा रहा है। अब इसे जनांदोलन बनने से कोई नहीं रोक सकता। अयोध्या में राम मंदिर तो बनकर रहेगा। साधु संत और भारत की आम जनता इसके लिए कमर कस चुकी है।”
उन्होंने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट कुछ मामलों में रात में अपना फैसला सुना सकता है तो राम मंदिर निर्माण के मामले में देरी क्यों कर रहा है ? संघ का भी विचार अब बदल रहा है। रामजन्म भूमि मामले में भी मोदी सरकार को अध्यादेश लाना होगा। उन्होंने कहा कि हमें प्रधानमंत्री को मज़बूत बनाना होगा। उन्होनें कहा कि संतों के चलते ही राष्ट्रभक्त व्यक्ति पर अब उन्हें मंदिर निर्माण की तारीख़ बतानी होगी।
टेन न्यूज़ नें जब मुसलमानों का ज़िक्र किया तो उनका कहना था कि,
“हिंदुस्तान में रहने वाले मुसलमानों को राम मंदिर की एहमियत को जानना पड़ेगा। उन्हें इस बात का एहसास करना पड़ेगा कि हिंदुस्तानियों के लिए राम नाम का महत्व बहुत एहमियत रखता है। और अगर वो राम मंदिर के निर्माण से सहमत न हैं तो उन्हें अन्य परिस्थितियों का सामना पड़ सकता है।”
आनंद जी महाराज ने बताया कि विश्व वेदान्त संस्थान का केंद्र नीदरलैंड में है। भारत के 21 प्रदेश में करीब 10 लाख सदस्य अब तक संस्थान से जुड़ चुकें है। उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण में आ रही बाधाओं के निवारण के लिए ही महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा जो कि 1 दिसंबर को शुरू किया जाएगा और 6 दिसंबर तक चलेगा।