18 वर्ष से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने का निर्देश अभी नही आया है : सीएमओ, गौतम बुद्ध नगर

Ten News Network

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नोएडा :– प्रधानमंत्री मोदी ने 1 मई से देश में 18 से ऊपर उम्र वाले लोगों के लिए वैक्सीनशन की घोषणा की थी , इससे लोगों को उम्मीद थी कि 1 तारीख से 18 वर्ष से ज्यादा उम्र वालों को वैक्सीन मिलना शुरू हो जाएगा , लेकिन वैक्सीन की कमी होने के कारण राज्य अपने हिसाब से जिलों में वैक्सीन का वितरण कर रहे हैं।

 

उत्तर प्रदेश में फिलहाल 7 जिलों में वैक्सीनेशन शुरू की गई है, जिसमें कानपुर नगर, प्रयागराज, आगरा, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ और बरेली जिले शामिल है, लेकिन गौतमबुद्ध नगर को इस अभियान में शामिल नही किया , जिसके चलते लोगों में आक्रोश है । बता दे कि गौतमबुद्ध नगर जिले से सबसे ज्यादा रिवेन्यू उत्तर प्रदेश शासन को जाता है , फिर भी गौतमबुद्ध नगर जिले को शामिल नही किया । साथ ही शासन द्वारा जो निर्देश आया है कि सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही वैक्सीन लगेंगी । वही इस मामले में आज टेन न्यूज़ ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा के गणमान्य लोग , संस्थाओं के अध्यक्ष समेत स्वास्थ्य अधिकारी से खास बातचीत की :-

 

 

नोएडा की फोनरवा संस्था के महासचिव केके जैन ने कहा कि “जिले के अंदर 18 वर्ष से ज्यादा आयु वाले लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन लगाने की आवश्यकता है, क्योंकि अगर ऐसा नही हुआ तो हम कोरोना की स्तिथि पर काबू नही कर पाएंगे”।

 

साथ ही उन्होंने कहा “जिन 45 वर्ष से ऊपर लोगो वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है , उनको अस्पताल में दूसरी डोज आसानी से नही मिल रही है। ऐसी जानकारी आ रही है कि अब निजी अस्पतालों में वैक्सिनेशन नही होगी, वह केवल अब सरकारी अस्पतालों में होगी, अगर ऐसा हुआ तो स्थिति और ज्यादा गंभीर रूप ले सकती है क्योंकि अभी ही अस्पतालों में लोगो को बेड और ऑक्सीजन के लिए धक्के खाने पड़ रहे है , लेकिन उसके बाबजूद उन्हें बेड या फिर ऑक्सीजन नही मिल पा रही है”।

 

केके जैन ने कहा “प्रशासन की तरफ से जारी हेल्पलाइन नंबर से भी किसी प्रकार की मदद लोगों को नही मिल पा रही है। नंबर और फ़ोन लगाने पर कोई रिसीव नही करता , साथ ही जिन लोगों ने वैक्सीनशन के लिए पंजीकरण किया है वह भी अस्पतालों में जाते है, तो उन्हें वैक्सीन नही मिल पा रही है , आखिर में उन्होंने कहा कि में सरकार से अपील करना चाहता हूँ कि वह जल्द से जल्द 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए वैक्सिनेशन का काम शुरू करें जिससे हमारे देश के युवा इस वायरस से संक्रमित न हो पाए और हम सब मिलकर इस वायरस को हरा सकें। साथ ही उन्होंने कहा कि अस्पतालों में भी पहले वाली व्यवस्था लागू की जाए, चाहे सरकारी हो या निजी दोनों अस्पतालों में ही वैक्सिनेशन कि व्यवस्था होनी चाहिए”।

 

ग्रेटर नोएडा से आरडब्ल्यूए अध्यक्ष देवेंद्र टाइगर ने टेन न्यूज से बातचीत में कहा “लोगों को उम्मीद थी कि 1 तारीख से 18 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगी, जिसके बाद लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी, लेकिन ऐसा ना हो सका। लोग अस्पतालों में अगर वैक्सीनेशन के लिए जा रहे हैं तो अस्पताल उन्हें मना कर दे रहे हैं, उन्होंने कहा की हम मांग करते हैं कि 18 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए भी जल्द से जल्द वैक्सीनेशन की शुरुआत होनी चाहिए”।

 

साथ ही उन्होंने कहा “जो लोग अस्पतालों में आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए जा रहे हैं और वह अपना टेस्ट करवा रहे हैं तो उनके रिपोर्ट भी समय पर नहीं आ रही है , उन्होंने कहा कि मैंने 26 अप्रैल को आरटीपीसीआर टेस्ट कराया था, लेकिन मेरी अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। साथ ही उन्होंने बताया कि उनके पिताजी ने भी आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया था , लेकिन उनकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है और जब उन्होंने सीटी स्कैन करवाया तो वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं”।

 

देवेंद्र टाइगर ने कहा “जिले के अंदर अस्पतालों की हालत एकदम खस्ता हो चुकी है, सरकारी व्यवस्था पूरी तरीके से फेल हो चुकी है। साथ ही प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर को लेकर उन्होंने कहा कि जो हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है उस पर कोई अधिकारी फोन नहीं उठाता और अस्पतालों के अंदर बेड के नाम पर कालाबाजारी भी धड़ल्ले से चल रही है। उन्होंने कहा पैसे वाले व्यक्तियों को बेड आसानी से मिल जा रहा है , लेकिन जो मिडिल क्लास या गरीब व्यक्ति है उनको बेड लेने के लिए काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन उसके बावजूद उनको बेड नहीं मिल पा रहा है”।

 

आगे उन्होंने कहा कि अगर केवल सरकारी अस्पतालों में वैक्सीनेशन होगी तो इससे व्यवस्था और ज्यादा खराब हो सकती है, इससे कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने का भी खतरा है , क्योंकि सिर्फ सरकारी अस्पतालों में वैक्सीनेशन होने से अस्पतालों में काफी भीड़ होगी, क्योंकि हमारे यहां पर सरकारी अस्पतालों की कमी है तो ऐसा नहीं होना चाहिए । वैक्सीनेशन की प्रक्रिया दोनों ही अस्पतालों में चलती रहनी चाहिए, आखिर में उन्होंने सरकार से मांग की कि एक ऐसा हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाना चाहिए जिससे कि लोगों को जरूरत पड़ने पर तत्काल मदद मिल पाए।

 

नेफोवा संस्था के उपाध्यक्ष मनीष कुमार ने कहा “उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से जो निर्देश आए है कि मुफ्त वैक्सीन सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही लगेंगी , इस निर्देश को लेकर अब लोगों में डर बैठा हुआ है। गौतमबुद्ध नगर में जितने सरकारी अस्पताल है , वो सभी को कोविड मे तब्दील किया हुआ है। सरकारी अस्पताल में भारी संख्या में लोग कोविड के टेस्ट कराने आते है , उस दौरान बहुत से लोग कोरोना संक्रमित होते है , जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है। अगर उस दौरान कोई व्यक्ति वैक्सीन लगवाने जाता है तो वो कोरोना संक्रमित हो सकता है। हमारी सरकार और प्रशासन से माँग है कि वो सामुदायिक केंद्र , प्राइमरी स्कूल समेत अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण की व्यवस्था की जाए। साथ ही नॉन कोविड अस्पतालों में टीकाकरण की व्यवस्था की जाए , जिससे लोग बिना डरे वैक्सीन लगवा सके। मनीष कुमार ने 18 वर्ष से अधिक लोगों के लिए वैक्सीन शुरू कर देनी चाहिए , योगी ने सिर्फ 7 जिलों में इसकी शुरुआत की है , गौतमबुद्ध नगर में यह व्यवस्था अभी लागू नही की है , जो काफी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है”।

 

मनीष कुमार ने कहा “गौतमबुद्ध नगर उत्तर प्रदेश का शो विंडो कहे जाने वाला जिला है, सबसे ज्यादा रिवेन्यू शासन को गौतमबुद्ध नगर से ही जाता है , लेकिन फिर भी 18 वर्ष से अधिक लोगो को टीकाकरण की व्यवस्था यहाँ लागू नही की। अगर सरकार गौतमबुद्ध नगर में 18 वर्ष से अधिक लोगों को टीका लगाना शुरू करती तो जो आज जिले में केस आ रहे है , उसमे कमी आती। साथ ही टीकाकरण के लिए जो ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराते है तो वो साइट भी कभी कभी दिक्कत देती है , जिससे लोगों का रजिस्ट्रेशन नही हो पाता है”।

 

नोवरा संस्था के अध्यक्ष रंजन तोमर ने कहा “शहरों से ज्यादा अब गॉवों में लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे है , जिसका कारण यह है कि टेस्टिंग न होना , देखा गया है कि देहात इलाके में टेस्टिंग की संख्या कम होती है , साथ ही गॉव के अंदर जो स्वास्थ्य केंद्र बनाए गए है , उसमे सुविधाएं नही दी गईं। वैक्सिनेशन को लेकर रंजन तोमर ने कहा कि सरकार को प्राइवेट अस्पताल , सामुदायिक केंद्र , सरकारी स्कूल और गॉवों में कैम्प लगाकर टीकाकरण करना चाहिए। सिर्फ सरकारी अस्पतालों में वैक्सिनेशन करवाना, यह उचित नही है। इससे लोग कोरोना संक्रमित हो सकते है , लोगों के अंदर डर बैठा हुआ है , इसलिए लोग वैक्सीन नही लगवा रहे है। 18 वर्ष से अधिक लोगों के लिए वैक्सीन शुरू कर देनी चाहिए। फिलहाल रजिस्ट्रेशन 45 वर्ष के लिए हो रहा है , 18 वर्ष से अधिक लोगों के लिए साइट अभी खोली नही गई है , हाँ रजिस्ट्रेशन साइट पर कभी कभी दिक्कत आ जाती है , जो जल्द ही इसका समाधान हो जाता है”।

 

नोफा संस्था के अध्यक्ष राजीव सिंह ने कहा कि “वैक्सिनेशन को लेकर हमने एक महीना पहले सरकार को पत्र लिखकर सुझाव दिए थे की गौतमबुद्ध नगर में किस तरह वैक्सिनेशन किया जाए। सिर्फ सरकारी अस्पताल में वैक्सिनेशन होना , यह चिंता का विषय है, क्योंकि सरकारी अस्पताल कोविड में तब्दील है , भारी मात्रा में लोग टेस्टिंग करवाने आते है , जिसमे बहुत से लोग संक्रमित भी निकलते है , ऐसे में वहाँ वैक्सिनेशन करवाना एक तरह का खतरा मोल लेना जैसा होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर एक आपर्टमेंट का व्यक्ति वहाँ टीकाकरण करवाने जाता है तो वहाँ जाकर संक्रमित होता है , फिर वो व्यक्ति आपर्टमेंट में आता है , जिसके चलते बहुत से लोग संक्रमित हो जाएंगे , क्योंकि बिल्डिंग में 100 से ज्यादा फ्लैट होते है , उनमें कम गेप होता है , इसलिए देखा होगा कि इस बार आपर्टमेंट मे बहुत तेजी कोरोना फैला है। वैक्सिनेशन के लिए सरकार एओए से मिलकर आपर्टमेंट में कैम्प लगवाए , जिससे ज्यादा से ज्यादा वैक्सिनेशन हो सके। साथ ही उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक लोगों के लिए वैक्सीन शुरू कर देनी चाहिए। हमारी सरकार और प्रशासन से माँग है कि वो सामुदायिक केंद्र , प्राइमरी स्कूल समेत अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण की व्यवस्था की जाए। साथ ही नॉन कोविड अस्पतालों में टीकाकरण की व्यवस्था की जाए , जिससे लोग बिना डरे वैक्सीन लगवा सके”।

 

वैक्सिनेशन नोडल अधिकारी डॉ नीरज त्यागी ने कहा की “सरकार की तरफ जो निर्देश आया है उसी का पालन किया जा रहा है , गौतमबुद्ध नगर के सभी सरकारी अस्पतालों में वैक्सिनेशन किया जा रहा है । भारी मात्रा में वैक्सिनेशन का काम चल रहा है , रोजाना हज़ारो की संख्या में लोगों को वैक्सीन दी जा रही है , सरकार की तरफ दी गई कोई वैक्सीन की कमी नही है। साथ ही उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक लोगों के वैक्सीन लगाने का निर्देश अभी नही आया है, साथ ही 18 वर्ष से अधिक लोगों के लिए वैक्सीन अभी जिले में नही आई है , जैसे ही निर्देश सरकार की तरफ से आएगा , उसका पालन किया जाएगा। वैक्सिनेशन रजिस्ट्रेशन साइट चल रही है , उसमे किसी भी तरह की कोई परेशानी नही आ रही है”।

 

वही इस मामले में टेन न्यूज़ ने गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को फ़ोन किया तो डीएम के पीएस ने फ़ोन उठाया , उन्होंने कहा कि अभी डीएम मीटिंग में है , आप इस मामले में गौतमबुद्ध नगर के सीएमओ से बातचीत करें।

 

गौतमबुद्ध नगर के सीएमओ डॉ दीपक ओहरी ने कहा कि “वैक्सिनेशन को लेकर तेजीसे काम चल रहा है , अभी फिलहाल सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन लोगों को लगवाई जा रही है , प्राइवेट अस्पताल सीधे कंपनियों से खरीदकर वैक्सीन लगा रहे है , जिसको हमने और शासन ने मना नही किया है। अगर लोग प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन लगवाना चाहते है ,वो वैक्सीन लगवा सकते है , उसमे आपको चार्ज देना होगा | अगर सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन लगवाएंगे तो वो मुफ्त रहेगा। हम लोगों से सिर्फ से अपील कर रहे है कि सभी लोग टीका लगवाए। 18 वर्ष से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने का निर्देश अभी नही आया है , हमारी तैयारियां पूरी है। जो शासन से आदेश आएगा , उसका पालन किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जो वैक्सिनेशन को लेकर सुझाव आए है उसको शासन और जिला प्रशासन को भेज दिया है , जैसे ही कोई निर्देश आएगा , उस पर तुरंत पालन किया जाएगा”।

 

फिलहाल गणमान्य लोगों ने जो प्रतिक्रिया दी है , उसमे साफ स्पष्ठ हो जाता है कि सिर्फ सरकारी अस्पतालों में वैक्सिनेशन होना , यह ठीक नही है। सरकार और शासन को महत्वपूर्ण कदम उठाने होंगे , साथ ही 18 वर्ष से अधिक लोगों के लिए जल्द वैक्सिनेशन शुरू होने चाहिए , क्योंकि युवा ही सबसे ज्यादा नौकरी करता है। अब देखने वाली बात होगी कि गौतमबुद्ध नगर में कब तक 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को वैक्सिनेशन लगेंगी।

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