अभी नहीं संभले तो कोरोना से जंग हो जाएगी मुश्किल, एआईयू द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोले पद्मभूषण डॉ नरेश त्रेहान

Ten News Network

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शनिवार, 8 मई को एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज की तरफ से कोरोना के बढ़ते मामलों और उसके विरुद्ध चल रहे प्रयासों को देखते हुए “कोविड मैनेजमेंट और हेल्थ” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मेदांता अस्पताल के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर नरेश त्रेहान शामिल हुए। उनके साथ इस कार्यक्रम में एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज के प्रेसिडेंट डॉ तेज प्रताप और एआईयू की महासचिव डॉ पंकज मित्तल भी शामिल हुईं। इस कार्यक्रम का संचालन एआईयू के संयुक्त सचिव डॉ आलोक कुमार मिश्रा ने किया।

इस कार्यक्रम में देश की अलग-अलग यूनिवर्सिटीज के वाईस चांसलर और अकैडमिक संस्थानों से जुड़े हुए लोगों ने हिस्सा लिया। एआईयू के संयुक्त सचिव डॉ आलोक कुमार मिश्रा ने टेन न्यूज़ से बातचीत में बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य अकैडमिक संस्थाओं और यूनिवर्सिटीज के वाईस चांसलरों को कोरोना से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कराना था जो कि उन्हें न्यूज़ चैनल, समाचार पत्रों और अन्य माध्यमों से टुकड़ों में मिल रही थी।

डॉ आलोक मिश्रा ने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन करना बहुत ही महत्वपूर्ण था क्यूंकि इस समय हेल्थ एक बहुत बड़ा विषय है| उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन आगे भी होता रहेगा।

डॉ आलोक मिश्रा ने बताया कि मेदांता अस्पताल के चेयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर और पद्मभूषण डॉक्टर नरेश त्रेहान ने परिचर्चा के दौरान लोगों को कोरोना के बारे में विस्तार से बताया, साथ ही कोरोना की शुरुआत से लेकर अब तक कि स्तिथि से पैनल में बैठे लोगों को रूबरू कराया और उनके प्रश्नों का उत्तर दिया। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के चलते देश में जो आशंका का माहौल बना हुआ है उसको लेकर भी डॉक्टर नरेश त्रेहान ने लोगों को जागरूक किया तथा उसके बारे में विस्तार से समझाया।

डॉक्टर नरेश त्रेहान ने देश में चल रही कोरोना की तीसरी लहर की बातों को लेकर कहा कि अभी जो सिचुएशन चल रही है, हमें उस पर ध्यान देने की जरूरत है, तीसरी लहर पर फोकस न करके अभी हमे दुसरी लहर पर ही फोकस करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि हमे सारे प्रिकॉशन जैसे – मास्क लगाना, सैनिटाइजर का प्रयोग करना और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना – इन सब चीजों को अपने आदतों में शामिल करना होगा नहीं तो तीसरी के बाद चौथी और पांचवी लहर भी आ सकती है और हम अगर अभी नहीं संभले तो फिर बाद में भी नहीं संभल पाएंगे।

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