व्हाट्सअप, स्काइप, व्यबर इत्यादि पर शुल्क के साथ साथ टैक्स भी अदा करना होगा।
अत्यंत दुःख की बात है कि दूरसंचार एव सुचना क्रांति की मुफ़्त सेवाओ पर भी भविष्य में (व्हाट्सअप, स्काइप, व्यबर इत्यादि पर) शुल्क के साथ साथ टैक्स भी अदा करना होगा। मै इसकी कड़ी भर्त्सना करता हूँ और देश के युवाओ के हित में एक सोशल एक्टिविस्ट के तोर पर इसका मंत्रालय को कड़ा विरोध दर्ज़ करूँगा।
पहले भी नेट न्यूट्रलिटी के मामले में मै अपना विरोध दर्ज़ करा चूका हूँ। हमारी संस्था “है उम्मीद” इस गहरे आघात के विरुद्ध जनहित में इसका विरोध करेगी एव इस मुहीम को आगे बढ़ाएगी। यह देश के युवाओ के हितो के साथ खिलवाड़ है और जब पूरा विश्व इन सेवाओ को निशुल्क इस्तेमाल कर रहा है तो हमारे देश के युवाओ के साथ यह दुराचार क्यों?
आपका
विनीत चौधरी
अध्यक्ष है उम्मीद
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