यमुना प्राधिकरण में हुए 126 करोड़ के घोटाले में तत्कालीन ओएसडी का रिश्तेदार गिफ्तार
ABHISHEK SHARMA
Greater Noida : यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में हुए 126 करोड़ रुपये के जमीन घोटाले मामले में बीटा दो कोतवाली पुलिस ने तत्कालीन ओएसडी के रिश्तेदार बुलंदशहर निवासी अजीत को गिरफ्तार किया है। आरोपी और उसके पिता मदन सिंह ने मथुरा के गांव मादौर व कोलाना बांगर में जमीन को दोगुने दामों पर बेचकर रकम हड़पी थी। पुलिस काफी समय से अजीत की तलाश में जुटी थी।
ज्ञात हो कि तीन दिन पहले पुलिस ने घोटाले के आरोपी सेवानिवृत्त पीसीएस सतीश कुमार को गिरफ्तार किया था। मामले में आरोपी सेवानिवृत्त आईएएस पीसी गुप्ता डेढ़ साल से जेल में बंद है। बीटा टू कोतवाली प्रभारी सुजीत उपाध्याय ने बताया कि मामले में 36 से अधिक आरोपियों के नाम शामिल किए जा चुके हैं। अब पुलिस ने घोटाले में शामिल अजीत को दबोचा है।
मंगलवार को थाना बीटा टू पुलिस ने मसीह मार्केट डीएम रोड, जिला बुलंदशहर से अजीत कुमार सिंह पुत्र मदनपाल सिंह निवासी डीएम रोड शांति निकेेतन कोतवाली नगर, मूलपता गांव पिपाला, थाना औरंगाबाद बुलंदशहर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की तफ्तीश में सामने आया है कि अजीत यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में तत्कालीन ओएसडी वीपी सिंह का रिश्तेदार है।
रिश्तेदारी होने से वीपी सिंह ने गोपनीय जानकारी आरोपी अजीत से साझा की थी। अजीत व उसके पिता मदन सिंह ने जिला मथुरा के गांव मादौर व कोलाना बांगर में लगभग 13.25 हेक्टेयर भूमि खरीदकर दोगुने दामों पर अधिकारियों से सांठगांठ कर लगभग 2.31 करोड़ में बेच दी थी। भूमि खरीद में अधिकांश रुपये ओएसडी वीपी सिंह के लगने की बात सामने आई है।
अजीत पूरे घटनाक्रम में सक्रिय रूप से शामिल रहा। क्या था मामला यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में वर्ष 2013-14 में हुए भूमि घोटाले के संबंध में 3 जून 2018 को बीटा दो कोतवाली में प्राधिकरण के तत्कालीन सीईओ सेवानिवृत्त आईएएस पीसी गुप्ता समेत 21 आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने मुख्य आरोपी पीसी गुप्ता को 22 जून 2018 को मध्यप्रदेश के दतिया से गिरफ्तार किया था।