हर पांच मिनट पर अपडेट होगा रोडवेज का स्टेटस
ग्रेटर नोएडा। यूपी रोडवेज के चालकों की मनमानी अब नहीं चल सकेगी। चालकों को समय से बसों को अपने गंतव्य तक लेकर जाना होगा और सभी बस स्टापों पर रोकना होगा। चालकों की मनमानी को रोकने के लिए प्राधिकरण बस टैªकिंग सिस्टम लगाने जा रहा है। जिसका प्रजेंटेशन हो चुका है और तेजी से काम हो रहा है।
ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण द्वारा यूपी रोडवेज की बसों का संचालन किया जाता है। बसों को होने वाले घाटे की पूर्ति भी प्राधिकरण ही करता है। मगर, रोडवेज के बस चालक और परिचालक मनमानी करते हैं और समय से बसों को अपने गंतव्य तक नहीं लेकर जाते हैं। कई बार शिकायत यह भी आई है कि बसों को बीच रास्ते से ही लौटा लिया जाता है। साथ कई बस स्टापों पर बसों को नहीं रोका जाता है। इन समस्याओं से निपटने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बसों में ट्रैकिंग सिस्टम को लगाने का फैसला कर लिया है। गत माह कंस्टल कंपनी ने प्राधिकरण में इसका प्रजेंटेशन दिया था, जो प्राधिकरण को पसंद आ गया है और काम शुरू करने का निर्देश दिया है। इस ट्रैकिंग सिस्टम को लगाने के बाद बसों की स्पीड, स्टाॅप पर रोकने, एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने का समय आदि की सूचना कम्प्युटर पर आॅनलाइन आ जाएगी। इसे प्राधिकरण के अधिकरण के अधिकारी अपनी मोबाइल पर भी देख सकेंगे। जिसे कंपनी द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। हर पांच सेकेंड में साॅफ्टवेयर स्वयं रिपोर्ट को अपडेट कर देगा। कंपनी के आयुष सिंघल का कहना है कि इसकी रिपोर्ट प्रतिदिन और मंथली प्राप्त की जा सकती है और प्रति बस 1400 रुपए खर्च आएगा। ओएसडी योगेन्द्र यादव का कहना है कि प्राधिकरण द्वारा रोडवेज को दी गई सभी बसों में ट्रैकिंग सिस्टम लगाने की कवायद चल रही है। मार्च तक यह सिस्टम लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
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