इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप में करीब 12 हजार करोड़ रुपये पूंजी निवेश

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GREATER NOIDA LOKESH GOSWAMI  4

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ग्रेटर नोएडा के अजायबपुर रेलवे स्टेशन के पास  बसाई जा रही इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप में करीब 12 हजार करोड़ रुपये का पूंजी निवेश होगी । गौतमबुद्ध नगर क्षेत्र के करीब पौने दो लाख लोगों को इसमें रोजगार मिलेगा। टाउनशिप के बसने के बाद विकास के मामले में आसपास के क्षेत्र की तस्वीर बदल जाएगी। लोगों को न केवल इसमें नौकरी मिलेगी, बल्कि गांवों में रहने वाले लोगों को दूध, फल, सब्जी व अन्य घरेलू सामान बेचने आदि से आमदनी होगी। और भारत सरकार के डीआइपीपी विभाग के सचिव रमेश अभिषेक व दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (डीएमआइसी) के सीईओ अलकेश शर्मा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सीईओ दीपक अग्रवाल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने फीता काटकर निर्माण कार्य का शुभारंभ किया। इससे पहले प्राधिकरण के सीईओ दीपक अग्रवाल ने एक घंटे का प्रस्तुतीकरण भारत सरकार के अधिकारी और डीएमआइसी के अधिकारियों के सामने दिया। उन्होंने बताया कि टाउनशिप में क्या-क्या सुविधाएं होंगी और इसे कब तक विकसित कर लिया जाएगा।उल्लेखनीय है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और डीएमआइसी मिलकर अजायबपुर रेलवे स्टेशन के समीप 747 एकड़ जमीन पर इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रीयल टाउनशिप बस रहे हैं। इसमें पचास फीसद हिस्सेदारी केंद्र सरकार की होगी। शेष पचास फीसद हिस्सेदारी उत्तर प्रदेश सरकार की इकाई के रूप में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की होगी। इसमें सूचना प्रौद्योगिकी, बायोटेक्नोलाजी और रिसर्च सेंटर आदि से संबंधित इकाइयां लगेंगी।492 करोड़ रुपये होंगे निर्माण पर खर्च टाउनशिप का आंतरिक विकास करने के लिए प्राधिकरण 492 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया है। इसे मुंबई की निर्माण कंपनी ने लिया है। शुक्रवार को इसकी विधिवत शुरुआत हो गई। निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए कंपनी को दो वर्ष का समय दिया गया है। प्राधिकरण सीईओ दीपक अग्रवाल ने बताया कि छह माह पहले निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। प्राधिकरण इस वर्ष के अंत तक इंडस्ट्री के लिए जमीन आवंटित करना शुरू कर देगा।

एक विदेशी कंपनी ने दिखाई निवेश में रुचि

सीईओ ने बताया कि ताइवान की एक कंपनी ने टाउनशिप में निवेश करने में रुचि दिखाई है। चार अप्रैल को कंपनी का प्रतिनिधिमंडल ग्रेटर नोएडा आएगा। अन्य इकाइयों से भी प्राधिकरण संपर्क कर रहा है।

टाउनशिप की स्थिति

-51 फीसद जमीन पर इंडस्ट्री

-17 फीसद जमीन पर आवासीय

-08 फीसद जमीन पर कामर्शियल

-शेष जमीन पर अन्य सुविधाएं

2028 तक 70 हजार करोड़ रुपये का होगा पूंजी निवेश

मुंबई के जवाहर लाल नेहरू पोर्ट से ग्रेटर नोएडा तक 1483 किमी लंबा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बनाया जा रहा है। इसके दोनों तरफ आठ औद्योगिक शहर बसाए जाएंगे। एक औद्योगिक क्षेत्र ग्रेटर नोएडा में बसेगा। इसे 2028 तक विकसित किया जाना है। इसमें करीब 70 हजार करोड़ रुपये का पूंजी निवेश होगा और 12 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। प्राधिकरण सीईओ दीपक अग्रवाल ने दावा किया कि 2019 तक पचास फीसद पूंजी निवेश का लक्ष्य रखा गया है।

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