यूपी एसटीएफ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कछुओं तस्करी का किया पर्दाफाश , एक गिरफ्तार

ROHIT SHARMA / TALIB KHAN

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यूपी :– वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो भारत सरकार की पहल पर एस टी,एफ ने पिछले कई वर्षों से उत्तर प्रदेश में कछुओं की तस्करी पर प्रभावी कार्यवाही की है। भारत में कछुओं की पाई जाने वाली 29 प्रजातियों में 15 प्रजातियाँ उत्तर प्रदेश में पाई जाती है।

इनमें 11 प्रजातियों का अवैध व्यापार किया जाता है। यह अवैध व्यापार जीवित कछुए के माँस अथवा पालने अथवा कछुए की कैलिपी (झिल्ली) को सुखाकर शक्तिवर्धक दवा के लिए किया जाता है। कछुओं को मुलायम कवच तथा कठोर कवच के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।

यमुना, चम्बल, गंगा , गोमती, घाघरा, गंणडक आदि नदियों, उनकी सहायक नदियों, तालाबों, आदि में यह दोनोें प्रकार के कछुए बहुतायत में पाए जाते हैं।



स्पेशल टास्क फोर्स उ प्र को कई दिनों से सूचना प्राप्त हो रही थी कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कछुओं की तस्करी करने वाला गिरोह कानपुर व आस पास के जिलों में सक्रिय है। जिस पर अभिषेक सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस,टी,एफ, उ प्र लखनऊ, द्वारा विजय प्रताप यादव, पुलिस उपाधीक्षक एस,टी,एफ फील्ड ईकाई कानपुर को अभिसूचना संकलन की कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। इस क्रम में निरीक्षक, मो जैनुद्दीन अंसारी के नेतृत्व में एक टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी।

इस दौरान मुखबिर की सुचना प्राप्त हुई कि जनपद उन्नाव के कुछ तस्कर भारी मात्रा में तस्करी हेतु कछुए लेकर जनपद कानपुर आने वाले हैं और आस-पास के क्षेत्रों में स्थानीय तस्करों से मिलेंगे। तथा मालों की सप्लाई करने के लिए कानपुर होते हुये पश्चिम बंगाल जाने वाले है।

मुखबिर की सूचना को विकसित करते हुये उच्च अधिकारियों के निर्देश पर वन विभाग व एस,टी,एफ की संयुक्त टीम ने थाना क्षेत्र कैंट जनपद कानपुर नगर से उपरोक्त अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया। जिसके पास से 205 कछुए बरामद किये गए हैं। जिनकी क़ीमत लगभग 5 लाख रूपये बताई जा रही है।

गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि जनपद उन्नाव के तालाबों से कछुओं को इकठ्ठा कर कानपुर ले आता है और यहाॅ उन लोगों को बेचता है जो पश्चिम बंगाल के व्यापारियों के संपर्क में रहते हैं, जहाँ से यह माल बांग्लादेश और म्यांमार के रास्ते चीन, हांग कांग, मलेशिया आदि देशो में भेजा जाता है।

गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ सामाजिक वानिकी प्रभाग, कानपुर वन रेंज में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्तगत थाना कैंट, कानपुर नगर में अभियोग पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।

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