आंगनबाड़ी में भी मिलने लगा मीड-डे-मील

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ग्रेटर नोएडा। प्राथमिक विद्यालयों की तरह ही अब आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी बच्चों को मीड डे मील मिलने लगा है। मीड डे मील का मिन्यू भी प्राथमिक विद्यालयों जैसा रखा गया है। इन बच्चों को रखने के लिए
बेसिक शिक्षा विभाग की तरह ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ने वाले बच्चों को भी मीड-डे-मील मिलने लगा है। एक अप्रैल से आंगनबाड़ी केन्द्रों में मीड-डे-मील का वितरण शुरू हो गया है। मील की जांच के लिए एक टास्क फोर्स कमिटी का गठन किया गया है, जो गुणवत्ता की जांच करेगी।
मीड-डे-मील योजना के तहत कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को मध्याहन भोजन दिया जाता है। इससे अभी तक आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ने वाले बच्चे महरूम थे। इन बच्चों को पुष्टाहार दिया जाता था, जिसमें दलिया मिलती थी। लेकिन अब इन बच्चों को भी मीड-डे-मील मिलने लगा है। शासन के निर्देश पर एक अप्रैल से जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ने वाले बच्चों को मीड-डे-मील दिया जा रहा है। इसके लिए छह एनजीओ को जिम्मेदारी सौंपी गई है। एनजीओ द्वारा दोपहर में भोजन आंगनबाड़ी केन्द्र पर पहुंचायी जाती है और सहायिकाओं और कायकत्रियों की देखरेख में वितरण किया जा रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी सिंह ने बताया कि मीड-डे-मील का मिन्यू प्राथमिक विद्यालयों की तरह ही रखा गया है। भोजन की गुणवत्ता की जांच के लिए डिस्ट्रिक्ट लेवल पर एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है। जिसके अध्यक्ष चीफ डिवेलपमेंट आॅफिसर आर.पी. मिश्र को बनाया गया है। यह कमिटी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर जाकर भोजन की गुणवत्ता की जांच करेगी और गुणवत्ता में कमी पाई जाती है, तो भोजन सप्लाई करने वाली एनजीओ से अनुबंध खत्म कर दिया जाएगा।

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