एमसीडी में भ्रष्टाचार, क्यों चुप है मोदी सरकार !

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आम आदमी पार्टी की सरकार ने पिछले चार महीनों में खूब जम कर काम किया है। बिजली की दरें हाफ हो गयी हैं और पानी का बिल माफ़ हो गया है। हम हर एक विधायक के काम को पैनी नज़रों से देख रहे हैं, परख रहे हैं। सरकारी
स्कूलों में प्राइवेट स्कूलों से बेहतर पढाई हो, और सरकारी अस्पतालों में प्राइवेट नर्सिंग होम से बेहतर इलाज,   इस दिशा में अरविंद केजरीवाल सरकार पूरे संकल्प के साथ जुटी है।

जैसा कि आप जानते हैं कि दिल्ली में MCD बीजेपी के नियंत्रण में है । MCD पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त संस्थान है । MCD में आम आदमी का कोई भी काम बिना पैसे दिये नहीं होता । इसके लिए ज़िम्मेदार हैं BJP और उसके भ्रष्ट पार्षद ।

दिल्ली सरकार ने अपने बजट में से MCD को 4000 करोड़ रुपये दिये हैं। इसके बावजूद, बीजेपी शासित MCD अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही  है। बीजेपी संचालित MCD के भ्रष्टाचार के विषय में कुछ सत्य उजागर करना मेरा फ़र्ज़
है :

1) BJP की MCD में लगभाग 23 हजार काल्पनिक कर्मचारी हैं । यानी उनका नाम कागज पर है जबकि वास्तव में उनका वजूद ही नहीं है। 100 करोड़ रुपये हर साल इन काल्पनिक कर्मचारियों को वेतन देने के नाम पर हजम कर लिया जाता है। जाहिर है, यह पैसा भ्रष्ट पार्षदों की जेब में जाता होगा।

2) दक्षिणी दिल्ली की MCD को 45 करोड़ रुपये डेंगू और मलेरिया नियंत्रण के लिए दिये गये थे, लेकिन इस निगम ने सिर्फ 18 करोड़ ही खर्च किये । इस ढीले रवैये की वजह से छह हजार लोग डेंगू को शिकार हुए और दो सौ लोगों को मलेरिया से जूझना पड़ा। यह बेहद चिंता की बात है ।

3) MCD की वेबसाइट पर अब तक 13 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। आप सब जानते होंगे कि आजकल एक वेबसाइट बनाने में महज कुछ हजार का खर्च आता है, फिर करोड़ो रुपये किस हिसाब से खर्च हुए, इसका उत्तर बीजेपी शासित MCD के पास नहीं है।

4) NDMC में काम कर रहे सफाई कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा , यह तब है जब NDMC का बजट चार लाख रुपये से बढाकर 114 करोड़ रुपये कर दिया गया है।

5) 2014-2015 में इन गरीब सफाई कर्मचारियों के वेतन मद के पैसे को MCD ने स्विमिंग पूल बनाने में खर्च कर दिये। MCD में काबिज बीजेपी नेताओं ने एक बार भी नहीं सोचा कि इससे गरीब सफाई कर्मचारियों के घर का चूल्हा बुझ सकता है।

6) केंद्र ने BJP शासित MCD को कई मल्टी लेवल पार्किंग बनाने के लिए 500 करोड़ रुपये दिये थे, लेकिन कहीं कोई निर्माण नहीं हुआ।

7) अभी CAG रेपोर्ट से ये खुलासा हुआ कि MCD के पास साफ़-सफाई की व्यवस्था को लेकर कोई भी दूरदर्शी योजना नहीं है, ना ही MCD के पास अपनी प्रतिदिन की साफ़-सफाई की व्यवस्थाओं; जैसे की सडकों की सफाई, नालों की सफाई, शौचालयों की साफ़-सफाई इत्यादि पर निगरानी रखने की कोई प्रणाली है।

8) CAG के अनुसार, कूड़े-कचरे को ठीक से उठाने में MCD, वर्ष 2013-2014 के दौरान मात्र 17.44 प्रतिशत से 25.30 प्रतिशत ही सफल रही। अपनी ज़िम्मेदारियों का ठीक से निर्वहन करने में बीजेपी शासित MCD असफल है।

9) CAG ने ये भी बताया कि MCD दिल्ली की जनता के लिए लगभग 23 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी साफ़-सुथरे शौचालयों की व्यवस्था करने में नाकाम रही है।

माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी ने ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की शुरुआत करते हुए जब कहा था की स्वछता, देवत्व के करीब है और गांधीजी अपने देश को स्वच्छ देखना चाहेंगे, तो बड़ी ही ख़ुशी हुई थी । आम आदमी पार्टी के वालंटियर्स और नेताओं ने खूब बढ़-चढ़ कर सफाई अभियान में हिस्सा लिया था। पर आज उन्ही की बीजेपी के हाथों संचालित MCD में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते दिल्ली एक विशाल कूड़ेदान में तब्दील हो गयी है । ऐसा लग रहा है कि माननीय मोदी जी दिल्ली वालो को झाड़ू को वोट देने के सज़ा दे रहे हैं। मैं उनको याद दिलाना चाहूँगा कि वह सारे देश के प्रधानमंत्री हैं और उन्हें यह भेद-भाव शोभा नहीं देता।

स्वछता, दिल्ली के प्रत्येक नागरिक का अधिकार है और कोई भी उससे यह अधिकार छीन नहीं सकता । मैं हर एक दिल्लीवासी से अपील करूँगा की वह BJP संचालित MCD  में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करे ।

दिलीप पण्डे
संयोजक, दिल्ली
आम आदमी पार्टी

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