टोकन सुविधा रेहड़ी-पटरी वालों के लिए जीवनदायनी के समान होगा
टोकन सुविधा रेहड़ी-पटरी वालों के लिए जीवनदायनी के समान होगा
डॉ. उदित राज ने आज अपने कार्यालय में में झुग्गी- झोंपड़ी, ई-रिक्शा व रेहड़ी पटरी वालों की समस्या को सुनने हेतु एक जनसभा को संबोधित किया | ये सभी लोग अपनी समस्या के साथ संसद डॉ. उदित राज के पास पहुंचे और अपनी –अपनी समस्याओं को सांसद के समक्ष रखी | झुग्गी-झोंपड़ी में रहने वाले लोगों को डीडीए के द्वारा रहने के लिए घर मुहैया कराये जाये | इसके लिए पिछले ही हफ्ते डॉ. उदित राज ने डीडीए के नए वीसी उदय प्रताप सिंह और अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर मीटिंग पर की | मीटिंग के दौरान वीसी ने यह आश्वासन दिया था कि जल्द से जल्द इनका पंजीकरण और पहचान कर इन्हें पक्के घरों को दिया जायेगा |
इसके अतिरिक्त आज ई-रिक्शा चालक भी डॉ. उदित राज के पास अपनी समस्या के साथ पहुंचे उनका कहना था कि शहर में चलने वाले बिना नम्बरों वाले सभी ई-रिक्शा को बंद कराया जाये और जिनका पंजीकरण नहीं है उन्हें भी बंद कराया जाये | इसके साथ ही आज उदित राज ने अपने संसदीय क्षेत्र उत्तर-पश्चिम में रहने वाले सभी रेहड़ी-पटरी वालों के लिए टोकन सुविधा को लागु करने का एलान किया| उनका मानना है कि यदि टोकन सिस्टम लागू कर दिया जायेगा तो उससे रेहड़ी-पटरी वालों के लिए रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और उनके जीवन यापन में भी सुधार होगा |
डॉ. उदित राज ने आज उपस्थित जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यदि आप सभी को अपना हक़ चाहिए तो उसके लिए इमादारी से संघर्ष करना पड़ेगा | मैं दलितों के लिए हमेशा से संघर्ष करता आया हूँ पिछले 19 वर्षों से लगातार यह संघर्ष जारी है और मैं चाहूँगा आप सभी हमारे साथ मिलकर सहयोग करें और अपने हक़ को देश के समक्ष रखे |