मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता इराक से लौटे राजस्थानियों की सकुशल घर वापसी के इंतजाम

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इराक में फंसे राजस्थानियों की सकुशल घर वापसी के लिए राजस्थान सरकार द्वारा गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने इस मामले में विशेष संवदेनशीलता दिखाई। वे  विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज से इराक में फंसे राजस्थानियों को सुरक्षित वापसी के लिए सतत सम्पर्क में रहीं। परिणामस्वरूप अल्प समय में ही इन राजस्थानियों की सकुशल वापसी सम्भव हुई।

जेट एयरवेज के विमान से शुक्रवार रात इराक के अलगदीर से चार राजस्थानी, नई दिल्ली लौटे। इनमें जयपुर जिले के हरिनारायण बलई, दोैसा जिले के श्री जयराम बैरवा और श्री मुकेश कुमार बैरवा तथा चूरू जिले के हीरू राम शामिल हैं। इनको सकुशल घर पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव श्री राजीव महर्षि और दिल्ली में राज्य के आवासीय आयुक्त कार्यालय को विशेष निर्देश दिये।

श्रीमती राजे के निर्देश पर दिल्ली में राज्य के आवासीय आयुक्त कार्यालय ने इराक से लौटे चारों राजस्थानियों को शुक्रवार रात्रि राजस्थान हाउस में ठहराने की व्यवस्था करवाई गई। शनिवार को सुबह का नाश्ता और भोजन करवाने के पश्चात् उन्हें राजस्थान रोडवेज की डीलक्स बस से उनके गन्तव्य स्थानों के लिए रवाना किया गया। चारों राजस्थानियों को रोडवेज की टिकटों के साथ ही मार्ग व्यय के लिए एक-एक हजार रू. की राशि भी दी गई।

वतन लौटने की दास्तान

इराक से सकुशल अपने वतन पहुंचने पर खुशी व्यक्त करने हुए चारों राजस्थानियों ने भारत सरकार, इराक में भारतीय दूतावास के अधिकारियों और विशेषकर मुख्यमंत्री श्रीमती राजे का आभार व्यक्त किया।

जयपुर जिले की फुलेरा तहसील के निवासी श्री हरिनारायण बलई (33 वर्ष), दौसा जिले के पाडली कलां गांव के श्री जयराम बैरवा (37 वर्ष) और श्री मुकेश कुमार बैरवा (28 वर्ष) तथा चूरू जिले के सुजानगढ़ तहसील के सालासर गांव निवासी श्री हीरू राम (30 वर्ष) ने बताया कि वे फरवरी, 2013 में इराक गये थे और बगदाद से 40 कि.मी. दूर नजब (अलगदीर) में पिछले 17 महीनों से फोर्थ डायमेंशन कम्पनी, करबला रोड़ में ‘मेसन’ का काम कर रहे थे। इराक में गृह संघर्ष के कारण उन्हें तीन माह का वेतन नहीं मिला है और कम्पनी से भी कोई मदद नहीं मिली।

राजस्थान सरकार के प्रयासों से भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने उन्हें वहां से निकाला और सकुशल घर वापसी के इंतजाम किए। उन्होंने बताया कि वहां फंसे अन्य राजस्थानियों को निकालने के लिए भारतीय दूतावास के अधिकारियों द्वारा गंभीरता से प्रयास किए जा रहे हैं।

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