श्री ओम बिरला ने संसद में उठाया रामगढ़ वन अभ्यारण्य का मामला राजस्थान के बूंदी शहर के धनी आबादी वाले क्षेत्रों को अभ्यारण्य की सीमा से मुक्त किए जाने की मांग

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कोटा के सांसद श्री ओम बिरला ने संसद सत्र के दौरान मंगलवार को लोकसभा के समक्ष राजस्थान के बूंदी शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्रों को रामगढ़ वन अभ्यारण्य की सीमा से मुक्त करने की मांग रखी।

श्री बिरला ने सदन को बताया कि बूंदी शहर में वन विभाग द्वारा वर्ष 2011 से वन्य जीव अभ्यारण्य रामगढ़ की सीमा के अन्तर्गत बूंदी शहर का लगभग तीन चौथाई हिस्से में समस्त निर्माण कार्यो, रजिस्ट्री, बैंक ऋण, किसान क्रेडिट कार्ड आदि सभी सुविधाओं पर रोक लगा दी गयी, इस रोक से लगभग डेढ़ लाख की आबादी सीधे तौर पर प्रभावित हो रही है।

श्री बिरला ने कहा कि बूंदी का अधिकांश क्षेत्र उक्त अधिसूचना से पूर्व तथा सदियों से वहां आबाद है तथा इस घनी आबादी वाले क्षेत्र को वन्य अभ्यारण्य से मुक्त करने हेतु तत्कालीन जिला कलेक्टर ने भी वन एवं राजस्व विभाग के संयुक्त सर्वे रिपोर्ट सहित अनुशंसा भी की है।

श्री बिरला ने आग्रह किया कि बूंदी के उक्त क्षेत्र को रामगढ़ वन अभ्यारण्य सीमा से मुक्त कराने की कार्यवाही करवा कर बूंदी के अवरूद्ध विकास को पुनः गति दी जाये।

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