रोक के बावजूद निर्माण कराने पर ग्रेटर नोएडा में दो बिल्डरों पर लगाया 10 लाख का जुर्माना

ABHISHEK SHARMA

Galgotias Ad

Greater Noida (03/11/19) : ग्रेटर नोएडा समेत पूरे एनसीआर को प्रदुषण ने पूरी तरह से अपने आगोश में ले लिया है। इस पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने नींद से जाग गया है और अब सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। ईपीसीए(पर्यावरण प्रदूषण निरोधक एवं नियंत्रण प्राधिकरण) ने दिल्ली-एनसीआर में निर्माण कार्याें पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। आदेश के बावजूद निर्माण कार्य जारी रखने पर एसडीएम दादरी राजीव राय ने ग्रीन आर्च बिल्डर के डायरेक्टर विनोद कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कराते हुए जेल भेज दिया।

साथ ही टीम ने शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न स्थान पर जांच अभियान चलाया। दमकल विभाग के वाहनों से पानी का छिड़काव भी कराया गया। सदर तहसील के अधिकारयिों ने दो बिल्डर परियोजना पर पांच-पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया और चार कर्मचारियों को जेल भी भेजा है।

ईपीसीए के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी बीएन सिंह के निर्देश पर उप जिलाधिकारी दादरी राजीव राय, क्षेत्राधिकारी पुलिस बिसरख राजीव सिंह तथा प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अनिल कुमार के द्वारा विभिन्न स्थानों पर जांच की गई। टीम ने विभिन्न बिल्डर साइट का सघन निरीक्षण किया।

जांच करते हुए टीम नोएडा एक्सटेंशन क्षेत्र में सेवियर ग्रीन आर्च बिल्डर की साइट पर भी पहुंची। टीम ने पाया कि साइट पर धड़ल्ले से निर्माण कार्य चल रहा है। प्रदूषण को रोकने के लिए कोई उपाय भी नहीं किया गया था। कार्रवाई करते हुए टीम ने तत्काल निर्माण कार्य बंद करा दिया। साथ ही कंपनी के डायरेक्टर विनोद कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए जेल भेज दिया।

राजीव राय ने बताया टीम ने एक्सटेंशन क्षेत्र में महागुन, गौड़ सहित अन्य बिल्डरों की साइड पर भी औचक निरीक्षण किया। वहां पर निर्माण कार्य पूरी तरह से बंद था। वहीं, दूसरी ओर सदर तहसील अधिकारियों की टीम ने भी विभिन्न स्थानों पर जांच की।

अभियान के दौरान ईटा दो सेक्टर स्थित मेसर्स मिग्सुन विन्न एवं मेसर्स मिग्सुन विलास में निर्माण कार्य होता हुआ मिला। टीम ने दोनों बिल्डर की परियोजना पर पांच-पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाते हुए चार कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराते हुए जेल भेज दिया

Leave A Reply

Your email address will not be published.