यूपी से 1.87 करोड़ रुपए लूट कर जा रहे थे मुंबई, बीच रास्ते में पुलिस ने दबोचे
Ten News Network
Uttar Pradesh: 31 जनवरी को सिवनी नागपुर हाईवे पर तीन आरोपी जले नोटों को हवा में लहराते पकड़े गए थे जब इन्हें पुलिस ने पकड़ा तो इनके पास से 1.74 करोड़ रुपए से अधिक धनराशि प्राप्त हुई। इन आरोपियों से इतने पैसे कहां से आए जब पूछा गया, तो इन्होंने 3 दिन तक पुलिस को बरगलाया और 3 दिन बाद सच उगल दिया है।
पूरा मामला कुछ इस प्रकार है कि मुख्य आरोपी हरिओम यादव ने अपने भाई हरीनाथ यादव के संग मिलकर उत्तर प्रदेश के कौशांबी जनपद से सर्राफा व्यापारी दशरथ सेठ की दुकान लूट कर उसे खर्च करने मुंबई जा रहे थे।
लेकिन कुरई में पुलिस के हाथों धर दबोचे गए,
जानकारी है कि हरिनाथ यादव ने जिस दशरथ सेठ के यहां पर लूट की वारदात को अंजाम दिया वह उसी दशरथ सेठ के यहां पर काम करता था, हरीनाथ यादव अक्सर सेठ के सोना चांदी की खरीदारी करने करोड़ों रुपए लेकर मुंबई और दिल्ली जाता रहता था।
हरीनाथ और उसके भाई हरि ओम ने मुंबई में घर खरीदने के लिए कुछ कर लिया था जिसके पैसे वह दोनों लौटा नहीं पा रहे थे इसी बीच दोनों भाइयों ने दशरथ सेठ के पैसे लूटने की योजना बनाई, योजना के अनुसार हजरत जब दशरथ सेठ के पैसे लेकर निकला तो उसके भाई हरिओम ने अपने साथियों के साथ मिलकर हरिनाथ की पिटाई कर दी उसे रस्सी से बांध दिया और सारे पैसे लेकर चंपत हो गया।
और हरीनाथ दशरथ सेठ के साथ कौशांबी पुलिस स्टेशन में इस प्रकरण पर मामला दर्ज कराने पहुंच गया, जहां उसने पूरे प्रकरण की शिकायत पुलिस से की वहीं दूसरी तरफ हरीनाथ का भाई हरिओम अपने साथियों के साथ मुंबई निकल गया वह शिवनी पहुंचा था कि उसकी कार के बोनट में छिपाकर रखे गए पैसे शार्ट सर्किट की वजह से जलकर रोड पर गिरने लगे इसकी सूचना जब ग्रामीणों ने पुलिस को दी तो पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों को खुरई में गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद इन आरोपियों ने पहले तो पुलिस को कहा कि हम सोने चांदी के व्यापारी हैं लेकिन बाद में इन्होंने सच्चाई भी उगल दी खुरई के टीआई मनोज गुप्ता ने इस संबंध में कौशांबी जिले की पुलिस से संपर्क साध लिया है और इस लूट की पूर्ण रूप से पुष्टि भी हो चुकी है इन आरोपियों को मंगलवार के दिन न्यायालय में भी पेश किया गया जहां मान लिया गया है कि इन्होंने ही लूट की प्रक्रिया को अंजाम दिया था।
फिलहाल खुरई पुलिस और कौशांबी पुलिस मिलकर मामले से जुड़े कई अन्य प्रश्नों की जांच कर रही है, पता लगाया जा रहा है कि लूटे गए पैसे कितने थे, इन्होंने लूट की राशि को कहां खपाया है और इनका कोई और साथ ही तो नहीं है।