नई दिल्ली :– दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने काला जठेड़ी और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 6 वांटेड अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. स्पेशल सेल ने दिल्ली के अलावा कई राज्यों में इन बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की थी. ये सभी अपराधी हत्या के प्रयास, हत्या, लूट डकैती और हथियारों की सप्लाई के मामले में वांटेड थे।
आरोपियों पर दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और चंडीगढ़ में करीब साढ़े तीन लाख का इनाम घोषित है। इनमें से एक आरोपी हाल ही में हरियाणा एसटीएफ और रोहतक पुलिस की हिरासत से फरार हो गया था. यही नहीं एक आरोपी ने तो दिल्ली एनकाउंटर में मारे गए कुलदीप फज्जा को स्कॉर्पियो कार और हथियार मुहैया कराई थी।
इस गैंग के आका अल्फा टाइगर और डॉक्टर के नाम से मशहूर है, जिन्होंने हिंदुस्तान के अलावा विदेशों में भी अपनी लूटपाट की कमाई का पैसा लगा रखा है और विदेशों से अपना गैंग चला रहे हैं. इस बड़े ऑपरेशन को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने डीसीपी मनीषी चंद्रा की निगरानी में इंस्पेक्टर विक्रम दहिया और इंस्पेक्टर संदीप डबास ने अंजाम तक पहुंचाया. ऑपरेशन में एसीबी राहुल विक्रम ने अहम रोल अदा किया।
स्पेशल सेल के डीसीपी मनीषी चंद्रा ने बताया कि भारत के अलग-अलग राज्यों से आरोपियों को पकड़ा गया है. राजस्थान से अंकित लगरपुरिया को गिरफ्तार किया गया है, जिसके ऊपर 1 लाख का इनाम है. सेल ने हरियाणा के रहने वाले रवि जागसी को भी गिरफ्तार किया है, उसके ऊपर भी 1 लाख का इनाम है।
बता दें कि यह वही आरोपी है, जिसने अपने गैंग के लोगों को स्कॉर्पियो कार और हथियार कुलदीप फज्जा को जीटीबी अस्पताल से फरार कराने में मुहैया कराई थी. गौरतलब है कि कुलदीप फज्जा को दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था।
स्पेशल सेल के डीसीपी मनीषी चंद्रा ने बताया कि इस गैंग के सदस्य विदेशों में बैठे अपने माफिया आकाओं के इशारे पर हिंदुस्तान में बड़े-बड़े क्राइम को अंजाम दे रहे थे. पूछताछ में पता चला है वीरेंद्र प्रताप उर्फ काला राणा थाईलैंड से इस गैंग को चला रहा था, जबकि सत्येंद्रजीत उर्फ गोल्डी बरार कनाडा में बैठकर इन आरोपियों को डायरेक्शन दे रहा था. इसके अलावा हिंदुस्तान से फरार काला जठेड़ी भी विदेश में बैठकर इन आरोपियों के जरिए अपना काला कारोबार चला रहा था।