बीकेयू तीन दिन करेगी इंतजार, पिफर होगी आरपार की लड़ाई
ग्रेटर नोएडा विकास प्राध्किरण की तर्ज पर यमुना विकास प्राध्किरण से 64 पफीसदी अतिरिक्त मुआवजा और 10 पफीसदी विकसित भूखंड की मांगे पूरी न होने पर भारतीय किसान यूनियन द्वारा सोमवार से तीन दिवसीय क्रमिक अनशन शुरू कर दिया गया है। क्रमिक अनशन को खत्म करने की एसडीएम सदर ने कापफी कोशिश की, मगर किसान नहीं माने। किसानों ने तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। मांगे पूरी न होने पर आर-पार की लड़ाई लड़ने की चेतावनी दी है।
गे्रटर नोएडा विकास प्राध्किरण द्वारा हाईकोर्ट के निर्देशानुसार किसानों को 64 पफीसदी अतिक्ति मुआवजा और 10 पफीसदी विकसित भूखंड दे रहा है। इसी तर्ज पर यमुना विकास प्राध्किरण के अध्ग्रिहण से प्रभावित 40 गांवों के किसान भी 64 पफीसदी मुआवजा और 10 पफीसदी विकसित भूखंड की मांग कर रहे हैं। किसानों के साथ बीते माह कैबिनेट मंत्राी राजेन्द्र चैध्री के साथ भी दिल्ली में मांगों को लेकर बैठक भी हो चुकी है, जिसमे किसानों को मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया गया था। भारतीय किसान यूनियन द्वारा यमुना विकास प्राध्किरण को 9 नवम्बर तक की मोहलत दी थी। मांगे पूरी न होने पर भाकियू के बैनर तले 40 गांवों के किसान गलगोटिया के पास अंडर पास पर क्रमिक ध्रने पर बैठक गए। क्रमिक अनशन की सूचना मिलने पर एसडीएम सदर बच्चू सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों से अनशन को खत्म कराने की कोशिश की, मगर किसान नहीं माने। मेरठ मंडल के अध्यक्ष अजय पाल आर्य ने बताया कि किसानों की मांग लम्बे समय से लम्बित है, मगर इसे पूरा नहीं किया जा रहा है। कैबिनेट मंत्राी द्वारा भी आश्वासन दिया गया था। किसानों को सरकार पर भरोसा नहीं है। इसलिए किसानों ने क्रमिन अनशन को जारी रखने का पफैसला किया है। उन्होंने बताया कि क्रमिक अनशन तीन दिन तक चलेगा। इस दौरान मांगें पूरी नहीं होती है, तो किसान आरपार की लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि किसान किसी भी तरह का आंदोलन छेड़ सकते हैं। जिसके लिए सिपर्फ प्रशासन, प्राध्किरण और पुलिस विभाग जिम्मेदार होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता चैध्री जय सिंह और जिला महासचिव ओमप्रकाश कसाना आदि सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।