NEW DELHI : दिल्ली में बिम्सटेक की 20 वीं सालगिराह पर “बौद्ध पर्व” कार्य्रकम का आयोजन इंदिरा गाँधी नेशनल सेंटर में किया गया | आपको बता दे की बौद्ध पर्व महोत्सव का आज आखिरी दिन है | वही इस महोत्सव का उद्घाटन संस्कृति मंत्री डॉ महेश शर्मा के द्वारा किया गया था | इस महोत्सव में अंतरराष्ट्रीय और भारतीय बौद्ध कला और वास्तुकला की प्रदर्शनी लगाई और साथ ही साथ प्रदर्शनी के माध्यम से बौद्ध धर्म के बारे में बताया भी गया | साथ ही महोत्सव में दिल्ली एनसीआर के सैकड़ो स्कूलों के बच्चों ने हिस्सा लिया |
खासबात ये है की इस महोत्सव में की आने वाली नई पीढ़ी बौद्ध धर्म के बारे जाने जिसके लिए एक सेमिनार का आयोजन भी किया गया जिसमे बताया गया की बौद्ध धर्म कहता है कि जो आदमी बुद्ध, धर्म और संघ की शरण में आता है, वह सम्यक् ज्ञान से चार आर्य सत्यों को जान लेता है।
ये आर्य सत्य हैं- दु:ख, दु:ख का हेतु, दु:ख से मुक्ति और दु:ख से मुक्ति की ओर ले जाने वाला अष्टांगिक मार्ग। इसी मार्ग की शरण लेने से कल्याण होकर और मनुष्य सभी दु:खों से छुटकारा पा जाता है।
वही इस महोत्सव में आए दर्शकों का कहना है की जिस तरीके से ये अंतरराष्ट्रीय और भारतीय बौद्ध कला और वास्तुकला की प्रदर्शनी लगाई और साथ ही साथ प्रदर्शनी के माध्यम से बौद्ध धर्म के बारे में बताया जा रहा है वो काफी ज्यादा अच्छा है | यही नहीं हमने सिर्फ किताबों में पड़ा है पर लेकिन यहां आज आकर देखा तो मन को बहुत ज्यादा संतुष्टि मिली | साथ ही आने वाली पीढ़ी देख सके की बौद्ध धर्म के बारे में सीख कर कैसे अपने जीवन में उसको ढाल सके |