ओलंपिक की तैयारियों को लेकर पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के सचिव राजेश शर्मा से की टेन न्यूज़ ने विशेष बातचीत

Abhishek Sharma / Saurabh Kumar

Greater Noida (03/01/19) : ग्रेटर नोएडा स्थित शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के सचिव राजेश शर्मा 2032 में होने वाले ओलंपिक की तैयारियों में अभी से जुट गए हैं। 2020 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी इंटरनेशनल ओलंपिक कमिटी ने टोक्यो को सौंपी है जबकि 2024 के ओलंपिक की मेजबानी पेरिस करेगा। भारत ने अभी तक ओलंपिक खेलों की मेजबानी नहीं की है। 2032 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी प्राप्त करने के लिए खेल मंत्रालय हर संभव कोशिश में जुटा हुआ है। 2032 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी की होड़ में ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी व भारत सबसे ऊपर हैं। भारत में अभी तक ओलंपिक खेलों का आयोजन नहीं किया जा सका है तो भारत को 2032 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा है। ऐसे में पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के सचिव राजेश शर्मा 2032 ओलंपिक के लिए देशभर से खिलाड़ियों को तैयार करने की योजना बना रहे हैं।
इन्ही तैयारियों को जानने के लिए टेन न्यूज़ ने सचिव राजेश शर्मा से ख़ास बातचीत की और भविष्य में खेलों के प्रति उनकी क्या योजनाएं हैं, इस बारे में विस्तार से बात की।

पथिक स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के सचिव एवं खेल वैज्ञानिक राजेश शर्मा ने बताया कि यह पूरी संभावना है कि 2032 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी आईओसी द्वारा 2024 में भारत के पक्ष में घोषित होगा। इसीलिए वर्ष 2019 से 2024 के मध्य एशियन हब को इस प्रकार से विकसित किया जा सकता है कि महाशक्तियों की स्पोर्ट्स प्रदर्शन क्षमता के समक्ष भारत तथा पडोसी छोटे देशों के लिए सारी आधुनिक सुविधाएं, अभ्यास, कोचिंग, तैयारी और प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए सुलभ हो। इनमे नेपाल, भूटान, सिक्किम, अफगानिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड को विशेष वरीयता देकर वृहत भारत फेडरेशन की परिकल्पना के लक्ष्य से उच्चस्तरीय खेल शिक्षा और खेल विज्ञान को बढ़ावा देना उचित होगा।

इस परियोजना एवं तदनुसार परियोजना के संबंध में केंद्रीय मंत्री एवं सांसद डॉ महेश शर्मा ने स्पोर्ट्स मंत्रालय से इस संबंध में वार्ता करने का आश्वासन दिया है। वहीँ जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने ग्रेटर नोएडा में इस परियोजना की जमीनी संभावनाओं के लिए विशेष प्रयास करने का आश्वासन दिया है।



उन्होंने बताया कि गौतमबुद्धनगर से ओलंपिक मिशन स्पोर्ट्स कॉलेजों की एक श्रंखला की भी कल्पना की गई है। कासना स्थित सावित्री बाई फूले बालिका इंटर कॉलेज में कक्षा 6 से 12 तक इस कॉलेज के हॉस्टल में उपलब्ध स्थानों का सदुपयोग करते हुए लगभग 500 सीटों से पहला स्पोर्ट्स कॉलेज इसी सत्र जनवरी-फरवरी से प्रारंभ करने का प्रयास किया जाएगा। इन बालिकाओं को बसों द्वारा दोनों समय पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेल अभ्यास से प्रशिक्षित किया जाएगा। इन बालिकाओं को 2024 के ओलंपिक खेलों के लक्ष्य से प्रशिक्षित किया जाएगा। इसी प्रकार नोएडा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का सदुपयोग करके दूसरा बालिका स्पोर्ट्स कॉलेज महामाया बालिका इंटर कॉलेज नोएडा में स्थापित करने पर विचार होगा ताकि दोनों कॉलेज दिन प्रतिदिन की स्पोर्ट्स प्रतिस्पधा में अपना ध्यान केंद्रित रख सके।
उन्होंने बताया कि स्पोर्ट्स कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए चयन प्रक्रिया की जाएगी। उच्च स्तरीय चयन समिति द्वारा बालिकाओं को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी और बालिकाओं को सामान्य रूप से फीस और हॉस्टल के खर्चे वहन करने होंगे। पूरे कोर्स तक स्पोर्ट्स कॉलेज में बने रहने का अधिकार खेलों में उन्नति की गति द्वारा तय होगी जो बालिका खेलों में पिछ्डेगी उन्हें चेतावनी व एक,दो अवसर के बाद स्पोर्ट्स कॉलेज छोड़ना होगा।
सचिव ने आगे कहा कि बालिकाओं के प्रदर्शन संभावना, लगन और परिश्रम के आधार पर 5 हजार से 50 हजार तक प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाएगी, उन्हें अपना स्तर खोने पर छात्रवृत्ति में भी कटौती कर दी जाएगी।

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