नोएडा के समाजसेवी और आरटीआई स्पेशलिस्ट रंजन तोमर से टेन न्यूज़ ने की खास बातचीत

Talib Khan / Rohit Sharma

Noida, (19/1/2019): नोएडा में बहुत से समाजसेवी रहते है , जो समय निकालकर समाज के प्रति कार्य करते है , लेकिन नोएडा में एक ऐसे समाजसेवी है जो समाज के साथ जानवरों , शिक्षा , पर्यावरण को लेकर अधिकारियों की आरटीआई के माध्यम से नकेल कसते आ रहे है ।

जी हाँ वो व्यक्ति कोई शहर में नही रहते है वो एक गॉव के नागरिक है , जो नोएडा के गॉव रोहिल्लापुर में रहकर पढ़ाई करने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट के नामचीन वकील बने । उन्होंने समाजसेवा के साथ वकील के माध्यम से पीड़ित लोगों को न्याय दिलवाया ।

आपको बता दे कि पिछले दस सालों में पूरे देश में शिकारियों ने कुल 384 बाघों की हत्या की है। जिसको लेकर हाईकोर्ट के नामचीन वकील रंजन तोमर ने आरटीआई डाली थी , जिसमे उन्हें सूचना के अधिकार (आरटीआइ) के तहत एक सवाल के जवाब में यह पता चला है। वहीं 2008 से नवंबर, 2018 के बीच बाघों का कथित तौर पर शिकार करने वाले 961 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।



दरअसल नोएडा में रहने वाले दिल्ली हाई कोर्ट के नामचीन वकील रंजन तोमर द्वारा दायर की गई (आरटीआई) के तहत एक प्रश्न के जवाब में वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो या डब्ल्यूसीसीबी ने यह जानकारी दी थी। आरटीआई कार्यकर्ता तोमर ने पिछले दस सालों में शिकारियों द्वारा मारे गए बाघों की संख्या, गिरफ्तार किए गए शिकारी और दोषी ठहराए गए शिकारियों के बारे में डब्ल्यूसीसीबी से जानकारी मांगी थी।

जवाब में कहा गया कि राज्य वन और पुलिस अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर ब्यूरो के अभिलेखों में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार पिछले 10 वर्षों में शिकारियों द्वारा मारे गए बाघों की कुल संख्या 384 और बाघों का शिकार करने वाले गिरफ्तार शिकारियों की संख्या 961 है। हालांकि, ब्यूरो ने कहा कि इन मामलों में आरोपियों के दो‍षी ठहराने के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।

तोमर ने कहा कि आंकड़े यह स्पष्ट करते हैं कि सरकारें शिकारियों द्वारा बाघों की हत्या की जांच करने में सक्षम नहीं हैं इसलिए इस जंगली प्रजातियों को संरक्षित करने या मौजूदा कानूनों में बदलाव करने के लिए एक विशेष पहल की आवश्यकता है, ताकि उन्हें और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।

देश में राष्ट्रीय पशु के संरक्षण के लिए सरकार ने 1973 में ‘टाइगर परियोजना’ लॉन्च की थी। 2014 के आंकड़ों के अनुसार, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक भारत में दुनिया में सबसे ज्यादा 2,226 बाघ हैं।

यह नही वाइट हाथी को लेकर को लेकर आरटीआई दाखिल की थी , जिसमे बहुत से तत्व देखने को मिले है ।

फिलहाल आरटीआई रंजन तोमर में देश के अंदर अपनी अहम भूमिका निभा रहे है, लेकिन लोगों को जागरूक होने की बहुत जरूरत है ।

वही टेन न्यूज़ ने रंजन तोमर से पूछा कि आखिर कार इतनी आरटीआई आवेदन के बाद आपको क्या मिला ?

उनका कहना है कि इस आरटीआई के बाद सभी अधिकारी सक्रिय है , जो इस कार्य के बाद कार्य कर रहे है , लेकिन इस कार्य के बाद भी सही रिपोर्ट नही आ रही है , जिससे साफ पता चलता है कि नोएडा प्राधिकरण की तरफ चल रही मुहिम में आम जनता सहयोग नही कर रही है ।

जिससे साफ पता चल सके कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा किए गए कार्यों में कितना सही काम हुआ है ।

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