Noida : यूपी में 5 मरीजों में कोरोना वायरस पाया गया है। आगरा में जिन छह मरीजों में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) लखनऊ की लैब ने कोरोना वायरस की पुष्टि की थी, उन्हीं की दोबारा जांच में यह तथ्य सामने सामने आया है। नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी (एनआईवी) पुणे ने इसकी पुष्टि की है।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है, ‘गुरुवार की शाम को एनआईबी पुणे से जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। यूपी में आगरा के छह मरीजों में से पांच में कोरोना वायरस पाया गया है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे ने आगरा में मिले छह मरीजों में पांच में कोरोना वायरस की पुष्टि कर दी है।
इससे पहले केजीएमयू, लखनऊ की लैब ने सभी छह मरीजों में कोरोना पॉजिटिव पाया था। पुणे की लैब ने एक मरीज को निगेटिव करार दिया है। संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक विकासइंदु अग्रवाल ने बताया कि मंगलवार को केजीएमयू की लैब ने आगरा के इन सभी छह मरीजों की रिपोर्ट पाजिटिव बताई थी, लेकिन राज्य सरकार ने दोबारा पुष्टि के लिए इसे एनआइवी पुणे भेजा था।
उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 229 मरीजों के नमूने जांच के लिए विभिन्न लैब में भेजे जा चुके हैं और इसमें से 187 की रिपोर्ट निगेटिव आई है यानि इनमें कोरोना वायरस नहीं है। 37 नमूनों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। बता दें कि बुधवार को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने दिल्ली में आगरा के छह मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि कर दी थी, लेकिन यूपी के स्वास्थ्य विभाग ने एनआइवी पुणे की जांच रिपोर्ट आने पर ही इसे मानने की बात कही थी।
गुरुवार को आई रिपोर्ट में आखिरकार पांच मरीजों में कोरोना वायरस होने की पुष्टि हो ही गई। आगरा के कारोबारी सगे भाई अपने परिवार और दिल्ली में रह रहे रिश्तेदारों सहित 19 लोग इटली घूमने गए थे। 25 फरवरी को वे सभी लौटे।
2 मार्च को जांच के दौरान दिल्ली के एक रिश्तेदार में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। दिल्ली भेजे गए छह लोगों के सेंपल वायरस की पुष्टि के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे भेजे गए थे, जिसकी रिपोर्ट गुरुवार शाम को मिल गई। जांच रिपोर्ट में छह में से पांच मरीज पॉजिटिव पाये गए हैं।