AG NOORANI EMINENT CONSTITUTIONAL EXPERT AWARDED IOS LIFETIME ACHIEVEMENT AWARD

Galgotias Ad

23 मई, 2015; खुदा कुछ खास लोगों को दुनिया में भेजता है जिसे वे पूरा करके समाज में अपना प्रभाव छोड़ जाते हैं। ए.जी. नुरानी ऐसे ही लोगों में से एक हैं जिन्होंने विभिन्न सामाजिक समस्याओं पर अपना कलम उठाया। ऐसे लोगों को पैसे की नहीं बल्कि सम्मान और स्वीकार किए जाने की ज़रूरत होती है। इन विचारों को आज यहां सुप्रीम कोर्ट आॅफ इंडिया के न्यायाधीश ए. के. सिकरी ने कांस्टीट्यूशन क्लब में इंस्टीट्यूट आॅफ आॅब्जेक्टिव स्टडीज ;आई.ओ.एसद्ध की ओर से आयोजित छठे आई.ओ.एस. लााईफ टाईम एचीवमेंट अवार्ड के कार्यक्रम में व्यक्त किया। यह कार्यक्रम संवैधानिक विशेषज्ञ और राजनीतीक समीक्षक ए.जी. नुरानी को अवार्ड दिए जाने पर आयोजित किया गया। यह अवार्ड एक लाख रुपए के चेक और मोमेंटो पर आधारित था, जो उन्हें दिया गया। जस्टिस सिकरी ने कहा कि वे अपने छात्र समय से ही उनकी किताबें पढ़ते रहे हैं। उन्होंने कहा कि आई.ओ.एस. ने उनको सम्मान देकर खुद को सम्मानित किया है।

ए.जी. नुरानी ने अपने भाषण में अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी का जि़क्र करते हुए कहा कि राष्टृपति डाॅ जाकिर हुसैन ने एक बार कहा था कि संस्था भारत के भाग्य का विचार करेगा या देश उनके भाग्य का विचार करेगा। तत्कालीन केन्द्रीय शिक्षा मंत्री एम. सी. छागला ने एक विधेयक लाकर अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी को शिक्षा मंत्रालय का एक विभाग बना दिया तब नवाब अली याबर जंग इसके उप कुलपति हुआ करते थे। अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी के उप कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल जमीर उद्दीन शाह ने युनिवर्सिटी को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। देश में हुए साम्प्रदायिक दंगों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी जांच के लिए बने जांच आयोगों ने आर.एस.एस., शिवसेना और भाजपा जैसे संगठनों और राजनैतिक पार्टियों को इसके लिए जि़म्मेदार पाया है। उन्होंने आई.ओ.एस. के कामों की सराहना करते हुए कहा कि उसे विशेष प्रतीक के तहत डाॅक्यूमेंटेशन और रिसर्च का काम अपने हाथ में लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि असम, महाराष्टृ, तेलंगाना, आन्ध्र प्रदेश एवं जम्मू कश्मीर ऐसे राज्य हैं, जिन पर रिसर्च करने की ज़रूरत है।

कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश ए. अहमदी और आई.ओ.एस चेयरमैन डाॅ. मो. मंजूर आलम ने अपने विचार भी व्यक्त किए। अन्य विशिष्ट लोगों में प्रो. जेड एम. खान, प्रो. अफजल वानी, सांसद असदउद्दीन ओबैसी, एस. एम. शफीक , प्रो. ताहिर महमूद, सिराज हुसैन आई.ए.एस., वरिष्ठ पत्रकार सिद्धार्थ वरदराजन, डाॅ जफरूल इस्लाम खान, इफ्तिखार गिलानी, कुर्बान अली और डाॅ परवेज़ मियां उल्लेखनीय हैं।

Comments are closed.