नई दिल्ली :– तृणमूल कांग्रेस नेता सुजाता मंडल खान की अनुसूचित जाति समुदाय के खिलाफ कथित टिप्पणियों का मामला राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के समक्ष पहुंच गया है। भारतीय जनता पार्टी ने इस कथित टिप्पणियों के खिलाफ राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग में शिकायत की है।
गौरतलब है कि सुजाता मंडल खान ने कथित तौर पर कहा था, ‘भिखारी स्वभाव से होते हैं या अभाव से. पश्चिम बंगाल में एससी स्वभाव से भिखारी हैं. ममता दीदी के इतना करने के बाद भी बीजेपी के पास पहुंच गए।
इस बयान पर बीजेपी नेताओं दुष्यंत कुमार गौतम, सुनीता दुग्गल, हंसराज हंस और लाल सिंह आर्य ने इस मामले में एससी आयोग में शिकायत की है। साथ ही राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग ने आश्वासन दिया है कि इस मामले में कार्यवाही की जाएगी।
दुष्यंत गौतम ने बताया, ‘कल हम चुनाव आयोग भी गए थे और आज एससी आयोग गए थे. टीएमसी द्वारा दलित स्वभाव को भिखारी और अभाव से भिखारी कहना दलितों का अपमान है, जबकि 10 साल से बंगाल में टीएमसी का राज है।
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जितनी भी योजना लागू की उसमें कोई भेदभाव नहीं किया. कांग्रेस और टीएमसी का मानना है कि संसाधनों पर अल्पसंख्यको का हक है. बीजेपी के साथ दलित वर्ग जुट रहा है।
हम टीएमसी पर कार्यवाई की मांग चुनाव आयोग से करते है. टीएमसी की मान्यता भी रद्द होनी चाहिए. नरेंद्र मोदी का गोत्र मानवता और देश की जनता है.ममता बनर्जी को कोई ऐसा दलित नही मिला जिसे वहाँ एससी आयोग का अध्यक्ष बनाया जा सके वहाँ यह पद खाली है।