नोएडा के 84 चौराहों पर लगेंगे 1085 कैमरे, 51 प्रतिशत कैमरे भारतीय कंपनी के होंगे
ABHISHEK SHARMA
नोएडा प्राधिकरण ने आत्मनिर्भर भारत बनाने के संकल्प को पूरा करने के लिए एक कदम आगे बढ़ा दिया है। इसी कड़ी में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के अंतर्गत शहर के 84 चौराहों पर 1085 कैमरे लगेंगे। इनमें से कम से कम 51 फीसदी कैमरे मेक इन इंडिया के होंगे। प्राधिकरण की ओर से सोमवार को वेबसाइट पर टेंडर को अपलोड कर दिया जाएगा।
अधिकारियों का कहना है कि इसकी चौथी बार प्री-बिड मीटिंग होगी। पिछली बार तीन एजेंसियां आई थीं, लेकिन इनमें से केवल एक ही एजेंसी मानक को पूरा कर रही थी। इससे टेंडर निरस्त कर दिया गया था। इसके अलावा आत्मनिर्भर भारत बनाने की योजना व शर्तें पिछले टेंडर में नहीं दी गई थीं।
हालांकि, इस बार सीईओ रितु माहेश्वरी के आदेश के मुताबिक ठेका लेने वाली एजेंसी को टेंडर दस्तावेज में ही शर्त रखा जाएगी कि जो भी कैमरे लगाए जाएंगे उनमें से कम से कम 51 प्रतिशत कैमरे भारतीय कंपनी के होने चाहिए। इससे यहां के लोगों को फायदा होगा। नंबर प्लेट की पहचान व रेड लाइट जंप पकड़ने के लिए होंगे 600 कैमरे 600 से ज्यादा ऑटो नंबर प्लेट की पहचान वाले कैमरे और रेड लाइट डिडक्शन कैमरे लगाए जाएंगे।
इसका काम रेड लाइट जंप करने वाले वाहनों की पहचान करना होगा। इसमें नंबर प्लेट को आसानी से पढ़ने में आसानी होगी। शहर के सभी कैमरे सेक्टर-94 स्थित कमांड कंट्रोल सिस्टम से जुड़े होंगे।
यहां स्क्रीन पर देखकर ट्रैफिक पुलिस नियमों को तोड़ने पर कार्रवाई कर सकेगी। 40 चौराहों पर लगेंगे एडप्टिव सिस्टम 40 चौराहों पर एडप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम से युक्त मशीनें लगाई जाएंगी। अगर किसी ओर से वाहनों की संख्या कम होगी तो सिग्नल की टाइमिंग ऑटोमेटिक घट और बढ़ सकेगी।