नोएडा ग्रीनफील्ड जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए कंसेशन एग्रीमेंट पर हुए हस्ताक्षर.

Abhishek Sharma / Photo & Video By Baidyanath Halder

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Greater Noida (07/10/2020) : उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध में बनने जा रहे नोएडा ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए आज (बुधवार) कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर हो गए। यह हस्ताक्षर यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ। इस दौरान विकासकर्ता कंपनी के अलावा शासन के कई अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे।

आपको बता दें कि स्विस कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी व यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के बीच कंसेशन एग्रीमेंट हुआ है। स्विस कंपनी के साथ करार पर हस्ताक्षर होने के बाद देश के सबसे बड़े नोएडा ग्रीनफील्ग इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण की राह अब आसान हो गई है।

एग्रीमेंट होने के बाद अब ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल को जेवर एयरपोर्ट परियोजना का मास्टर प्लान 2 महीने में जमा कराना होगा। इसके अलावा यूपी सरकार की ओर से भी स्टेट सपोर्ट एग्रीमेंट किया गया है। जल्द ही अब एयरपोर्ट के निर्माण कार्य की शुरुआत कर दी जाएगी।

 


कंसेशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने के दौरान नियाल के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह व ज्यूरिक के अधिकारियों के अलावा प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री शशि प्रकाश गोयल भी मौजूद रहे।

नियाल के सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि निर्माण के लिए ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड एजी ने यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) कंपनी बनाई है। कोरोना को ध्यान में रखते हुए करार हस्ताक्षर होने के बाद ऑनलाइन प्रेस वार्ता भी की गई। इसमें कई देशों के मीडिया प्रतिनिधि हुए शामिल थे।

डॉक्टर अरुण वीर सिंह ने बताया कि ज़्यूरिख़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड एजी के अधिकारी मलेशिया और स्विट्जरलैंड से भी ऑनलाइन इस करार में शामिल हुए।


उन्होंने बताया कि 2022 तक इस एयरपोर्ट के पूरी तरह ऑपरेशनल होने की उम्मीद है। जेवर एयरपोर्ट की सालाना क्षमता करीब 50 लाख होगी, जबकि पूर्ण तरह से अगले 30 सालों में विस्तार के बाद इसकी क्षमता करीब 6 करोड़ सालाना होगी।

जेवर एयरपोर्ट की दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट से दूरी करीब 72 किलोमीटर है। यमुना एक्सप्रेसवे के जरिए जेवर एयरपोर्ट देश के दूसरे हिस्सों से जुड़ेगा। इसका भी खाका तैयार किया जा रहा है।

नियाल में चार संस्थाएं हिस्सेदार हैं। राज्य सरकार व नोएडा प्राधिकरण की 37.5-37.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है। ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण की 12.5-12.5 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।

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