कौंसिल ऑफ रॉयल रूट्स  ने नेशनल लीडरशिप समिट  ऑन पोज़िटिविटी का किया शानदार आयोजन

Ten News Network

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New Delhi: डॉ बाबासाहेब आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर नई दिल्ली में 23 अक्तूबर 2021 को एक शानदार नेशनल लीडरशिप समिट ऑन पोज़िटिविटी का आयोजन किया।

इस कार्यक्रम को पोज़िटिवित्टी इन्स्टिटूट ने सपोर्ट किया तथा नेशनल न्यूज़ पोर्टल टेन न्यूज़ इसमें मीडिया पार्टनर के रूप में मौजूद रहा।

कारवाँ मिशन,  नेशनल इंडियन स्टूडेंट्स एंड एलुमनी यूनियन, प्रेमास, भारतीय बुनकर एवं कारीगर संघ और कर्मा फाउंडेशन ने इस समिट को सफल बनाने में पूरा सहयोग दिया। इस समिट का अहम विषय सकारात्मकता बनाए रखना और उसे बढ़ावा देना था।

इस कार्यक्रम में मूव्मेंट ऑफ पाजिटिविटी के संस्थापक एवं पासपोर्ट मैन ऑफ इंडिया डॉ ज्ञानेश्वर मुले ने बहाई सकरतमकता की गंगा एवं पूरे आयोजन को सही दिशा और दशा प्रदान की।

नेशनल लीडरशिप समिट सम्मेलन के दौरान राष्ट्र की सकारात्मकता पर विचार विमर्श किया गया। सम्मेलन में व्यापार जगत के नेताओ में सीएसआर प्रतिनिधियों, एसडीजी और सामाजिक प्रभाव और  वैश्विक प्रभाव के विभिन्न महत्वपूर्ण महानुभाव उपस्थित रहे।

इस एक दिवसीय आयोजन के दौरान शिक्षा, भारत के भविष्य और कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी जैसे विषयों पर विमर्श किया गया।

समारोह के विभिन्न सत्रों को डॉ ज्ञानेश्वर मुले (आईएफएस) राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग व पासपोर्ट मैन ऑफ इंडिया ने संबोधित किया।  इस दौरान  मुख्य अतिथि के रूप में श्री सुरेश प्रभु, सांसद (पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री, रेलवे, वाणिज्य और उद्योग) डॉ महेश शर्मा , सांसद व (पूर्व संस्कृति और पर्यटन मंत्री ) तथा कृष्ण पाल सिंह यादव  , सांसद (मध्य प्रदेश ) उपस्थित रहे।

वक्ताओं ने इस दौरान बताया कि सकारात्मकता सभी के लिए बहुत आवश्यक है एवं सकारात्मकता के मार्ग पर चलकर सफलता निश्चित मिलेगी। सकारात्मकता से किस प्रकार एक अच्छे राष्ट्र का निर्माण होगा इस पर भी चर्चा की गई।

पहले सत्र में उच्च गुणवत्ता शिक्षा प्रणाली को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाने पर विमर्श किया गया ताकि देश में शिक्षा के माध्यम से सकारात्मकता को बढ़ावा मिल सके।

इस सत्र  में अतिथियों के रूप मे प्रो एम जगदेश कुमार ( कुलपति, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय ), डॉ रूपमंजरी घोष (वाइस चांसलर, शिव नादर विश्वविद्यालय), एन सी वाधवा (आईएएस) सेवानिवृत्त, ( महानिदेशक,मानव रचना शैक्षणिक संस्थान ), डॉ प्रतिभा गायकवाड़ (संयुक्त सचिव, रयात शिक्षण संस्थान,सतारा ) और डॉ एन सी वाधवा (आईएएस) सेवानिवृत्त उपस्थित रहे।

इस सत्र के दौरान सकारात्मकता , रचनात्मकता और नेतृत्व के विषयों पर गम्भीरता से विचार विमर्श किया गया।

सरकार से सकारात्मकता को शिक्षा प्रणाली में शामिल करने की अपील की गई एवं सकारात्मकता को सांस्कृतिक दर्जा देने के लिए आग्रह किया।

दूसरे सत्र में राष्ट्र निर्माण स्थिरता की भूमिका पर विचार विमर्श किया गया तथा बताया गया कि किस प्रकार हम सकारात्मकता और नेतृत्व के पथ पर चलकर एक अच्छे राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं । इस दौरान अतिथियों के रूप में प्रोफेसर (डॉ.) एस्तेर क्रिस्टीन श्मिट(निदेशक, ऐतिहासिक सदनों के लिए केन्द्र), श्री प्रभजोत सोढ़ी‌ ( देश कार्यक्रम प्रबंधक,पर्यावरण शिक्षा केंद्र), श्रीमती अश्विनी दरेकर (फिल्म निर्माता, उद्यमी और सामाजिक ), श्रीमती मीनाक्षी बत्रा ( संस्थापक और सीईओ ) उपस्थित रहे ।

इस दौरान सरकार द्वारा राष्ट्रीय निर्माण के हित में जा रहे प्रयासों के प्रति आभार प्रकट किया।  निरंतर विकास के लिए महिलाओं को बराबरी देने पर भी बात की गई।

तीसरे सत्र में भारत के भविष्य  में निवेश कर भारत को विश्वगुरु बनाने की भावना को व्यक्त किया गया जिसमें अतिथियों के रूप मे श्री हनुमंत गायकवाड़ (अध्यक्ष और एमडी, बीवीजी इंडिया लिमिटेड) ,श्री आयुष लोहिया (अध्यक्ष, लोहिया ऑटो उद्योग) , श्रीमती उपासना अरोड़ा (अध्यक्ष, भारत-अमेरिका चैंबर ऑफ वाणिज्य (स्वास्थ्य विभाग) , श्री प्रवीण गुप्ता( एमडी और सीईओ, प्रेमास लाइफ साइंस )  तथा डॉ मधुरा विप्रा ( पीएचडी संस्थापक और सीईओ, मेडवोल्ट टेक प्राइवेट लिमिटेड ) उपस्थित रहे।

इस सत्र में शिक्षा व्यवस्था प्रणाली और स्वास्थ्य विभाग पर  बढ़ावा देकर देश को एक अच्छा राष्ट्र निर्माण पर बल दिया। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों के विकास पर जोर दिया।

अन्तिम  वैध सत्र में अतिथियों के रूप में चंडी प्रसाद भट्ट ( पर्यावरणविद गांधी शांति पुरस्कार, मैग्सेसे पुरस्कार, पद्मा भूषण ) व डॉ रश्मी सिंह (आईएएस), एसपीएल। सचिव और निदेशक, महिला विभाग और बाल विकास, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार) ,एमएस सनम अरोड़ा (  संस्थापक और अध्यक्ष सम्मान की राष्ट्रीय भारतीय छात्र और पूर्व छात्र संघ ) ,लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी  (हिग्रा अधिकार कार्यकर्ता, भरतनाट्यम नर्तक, कोरियोग्राफर और मोटिवेशनल स्पीकर ) ,श्री आमोद कांत (आईपीएस), संस्थापक – प्रयास पूर्व डीजीपी, राष्ट्रपति के पुलिस पदक )  उपस्थित रहे।

गणमान्य अतिथियों ने गरीब श्रेणी के युवाओं के  लिए निशुल्क निवास स्थान पर बात की तथा वातावरण को बचाने की अपील। इस दौरान LGBT को सामान रूप का दर्जा देने  की अपील की।

सकारात्मकता पर राष्ट्रीय नेतृत्व शिखर सम्मेलन के समापन के दौरान अंतिम चरण में रूहानियत द्वारा अद्भुत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया

सभी अतिथियों और वक्ताओं ने समारोह के सफ़ल आयोजन के लिए शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए भविष्य में ऎसे सम्मेलनों को आयोजित करते रहने की ईक्षा व्यक्त करी।

और साथ ही कार्यक्रम को सफल बनाने में रघुवीरसिंह राठौर, पॉजिटिव ऋषिकुमार, तृप्ति दत्ता, अंशुल अलघ समेत टीम के अन्य सदस्यों ने पूरा योगदान दिया।

Photo Highlights | National Leadership Summit on Positivity | Council of Royal Roots

Video Highlights | National Leadership Summit on Positivity | Council of Royal Roots

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