दिल्ली के द्वारका इलाके में बीते 11 तारीख को किरण नाम की महिला को गोली मारकर हत्या करने की कोशिश के मामले में पुलिस ने हत्या कि साजिश रचने वाले शख्स समेत 5 लोगो को गिरफ्तार किया है।
गौरतलब है कि महिला पर आरोपियों ने उस वक़्त हमला किया था , जब वो द्वारका के सेक्टर 13 इलाके के पास अपने बच्चे को स्कूल कार से छोड़ कर वापस लौट रही थी। गोली लगने की वजह से महिला कि कार का आगे ऐक्सिडेंट हो गया था , जबकि वो अब भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है।
हत्या कि इस कोशिश के मामले की पड़ताल में जुटी पुलिस को शुरुआत में महिला के पति वरुण यादव पर शक हुआ , जिससे उसके संबंध सही नहीं थे । इसके बाद पुलिस का शक उसके एक दोस्त सूरजभान उर्फ बल्लू पर भी गहराया , क्योंकि इन दोनों का ही आपराधिक रिकॉर्ड भी रहा है , लेकिन जांच में कुछ खास नहीं निकला ।
पुलिस के लिए मामला लगभग एक ब्लाइंड केस जैसा ही था क्योंकि हर क्लू फेल हो रहा था । आखिरकार पुलिस ने इलाके के सीसी टीवी फुटेज खंगालनी शुरू की ।
इसके बाद पुलिस नेनिं पैटर्न में एक खास बात देखी वो ये कि जिन बाइकसवारों पर उन्हें शक है वो अपने कपड़े बदल रहे है। लेकिन हैरानी की बात ये थी कि फुटेज में बाइक सवार फोन पर बात करते दिख रहे थे , जबकि सर्वेलेंस में ऐसा कोई कॉल उस समय वहा होता नहीं दिख रहा था ।
काफी मशक्कत के बाद पुलिस को छोटा बांस फतेहपुर इलाके में वहीं बाइक दिखाई दी जिसपर सवार लडको ने अपने कपड़े बदल लिए थे । दिलचस्प बात ये थी यहां कपड़े और बाइक बदल कर आरोपी अलग बाइक से आगे बढ़े । उन क्लू के आधार पर पुलिस आखिरकार नजफगढ़ में चंद्रप्रकाश तक जा पहुंची जिससे गिरफ्त में लेने के बाद इस कहानी के सारे किरदार बेनकाब हो गए ।
जॉइंट कमिशनर वेस्टर्न रेंज मधुप तिवारी ने बताया कि चंद्रप्रकाश के ताऊ प्रेमचंद के साथ इस महिला की करीबी थी जिसको लेकर अक्सर उनके घर में झगड़े होते थे । परेशान होकर प्रेमचंद ने एक दिन खुदकुशी कर ली थी लिहाजा वो इस महिला को इस मौत का ज़िम्मेदार मानता था।
चंद्रप्रकाश का खुद आपराधिक रिकॉर्ड रहा है लिहाजा जेल में वो कुछ लोगो के संपर्क में आया जिन्हें किरण के नाम की सुपारी देकर उसने उसपे हमला करवाया । आखिर सारे आरोपी पकड़े गए । पकड़े गए लोगो का सबका आपराधिक रिकॉर्ड है जिसकी पुलिस द्वारा पड़ताल जारी है ।