नई दिल्ली :– कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर लोगों के मन में जितने भी सवाल थे, उन सबका जवाब एक झटके में मिल गया। पहला टीका लगवाने पहुंचे लोगों के चेहरे में युद्ध जीतने जैसी खुशी थी।
हर किसी ने मुस्कुराहट के साथ इसका स्वागत किया। मेडिकल स्टाफ ने भी पूरी तैयारी कर रखी थी। तो आइए जानते हैं कि कहां-कहां पहला टीका किसको लगा। क्या कहना था उनका।
दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल की नर्स को सबसे पहला टीका लगाया गया। उन्होंने कहा कि उसे गर्व है कि सरकार ने उसे चुना। किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नहीं लग रहा है। उन्हें कहा है कि जिस तरह से पहले मास्क लगाते थे, उसी तरह आगे भी लगाकर रखना है। थोड़े दिन बाद एक बार फिर टीका लगेगा। इसके बाद एंटी बाडी बनेगी।
वही दूसरी और एक मेडिकल स्टाफ के कर्मचारियों को टीका लगाया गया। उन्होंने कहा कि यह उनके व सभी कर्मचारियों के लिए गर्व की बात है कि कोरोना का पहला टीका योद्धा को लगाया गया है। मेरे परिवार के सदस्यों ने मुझे टीका लगवाने से मना किया था, लेकिन मैने पूरे उत्साह के साथ आकर लगवाया।
जब पूरा योद्धाओं कर्मियों के सम्मान में आगे आ रहा है तो मै भला कैसे पीछे हट सकता था। यह टीका सामान्य टीकों की तरह ही था, लेकिन इसमें उत्साह का संचार जरूर था। जब मैने टीकाकरण कराया तो वहां पर मौजूद सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने तालियां बजाकर मेरा उत्साह बढ़ाया, यह पल मेरे लिए किसी उत्साह से कम नहीं था। ऐसा लगा कि जैसे युद्ध जीत लिया।
एक मेडिकल स्टाफ ने कहा कि वैक्सीन को लेकर मन में कोई डर नहीं था नहीं किसी तरह की घबराहट थी। इनके बारे में बताया गया तुरंत तैयार हो गई। मेरे लिए बड़े गर्व की बात है जो जो मुझे वैक्सीन के लिए चुना गया है। वैक्सीन के बाद 30 मिनट तक निगरानी में रखा गया किसी तरह की उसे कोई दिक्कत नहीं आई जिसके बाद उसे निगरानी दे बाहर कर दिया गया।