सैमसंग इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स को समाज के प्रति योगदान के लिए गोल्डन ग्लोब टाइगर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया

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सैमसंग इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स को समाज के प्रति योगदान के लिए गोल्डन ग्लोब टाइगर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया
“सहायता और शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने” तथा
“सर्वश्रेष्ठ परियोजना गठजोड”के लिए पुरस्कार मिला
नई दिल्ली, 1 अप्रैल 2015 : सैमसंग इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स को दो गोल्डन ग्लोब टाइगर्स अवार्ड दिए गए हैं। कंपनी को यह पुरस्कार अपनी सीएसआर पहल के जरिए पिछड़े और गरीब बच्चों तथा युवाओं के सशक्तिकरण के प्रयासों के लिए मिला है। “सैमसंग स्मार्ट क्लास इनीशिएटिव” को सीएसआर में उत्कृष्टता और नेतृत्व के लिए शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने और सहायता श्रेणी में यह पुरस्कार मिला है जबकि “सैमसंग टेक्निकल स्कूल” पहल को सर्वश्रेष्ठ परियोजना गठजोड़ के तहत ससटेनेबिलिटी लीडरशिप में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार मिला है। इन पुरस्कारों को घोषणा गए सप्ताह क्वालालंपुर, मलेशिया में की गई थी।
इन पुरस्कारों के बारे में बताते हुए सैमसंग इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स के वाइस प्रेसिडेंट श्री राजीव मिश्रा ने कहा, “समुदायों की बेहतरी और उन्हें बदलने के लिए किए गए अपने कार्यों के लिए गोल्डन ग्लोब टाइगर्स अवार्ड प्राप्त करके हम खुश हैं। ये पुरस्कार इस बात के सबूत हैं कि हम नवीनता की सैमसंग की विरासत को निखारने पर ध्यान दे रहे हैं और साथ ही उनके लिए संभावनाओं की नई दुनिया खोल रहे हैं। स्मार्ट क्लास और टेक्निकल स्कूल पहल का बहुत कम समय में काफी विकास हुआ है और इसकी पहुंच हजारों छात्रों तक है। ये पुरस्कार हमें अपना कार्य जारी रखने और इनके पैमाने का विस्तार करने के लिए प्रेरित करते हैं ताकि इस साल इनकी पहुंच और भी बहुत ज्यादा छात्रों तक हो सके।”
सैमसंग स्मार्ट क्लास इनीशिएटिव का लक्ष्य भारत में डिजिटल अंतर को पाटना है और साथ ही गरीब व पिछड़े बच्चों को मुहैया कराई जाने वाली शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करना है। स्मार्ट क्लासेज सैमसंग अंतरसक्रिय व्हाइट बोर्ड, लैपटॉप, प्रिंटर और वाई फाई से लैस हैं ताकि छात्रों के लिए डिजिटल इंटरऐक्टिव माहौल में सीखना संभव हो। अभी तक इस पहल से देश भर में 1,20,000 से ज्यादा बच्चों को लाभ हुआ है जो 200 स्कूलों में हैं। स्मार्ट क्लासेज के उपयोग से पढ़ाने वाले शिक्षक इस बात को स्वीकार करते हैं कि पढ़ाने के दौरान छात्रों की भागीदारी बेहतर हुई है तथा उनमें लैपटॉप और प्रिंटर के उपयोग के मामले में चीजों को जानना-समझना बेहतर हुआ है।
सैमसंग टेक्निकल स्कूल देश में कुशल मानव शक्ति की आवश्यकता की पूर्ति के लिए है और इससे पिछड़े और गरीब युवाओं को देश की अर्थव्यवस्था में योगदान करने का मौका मिलता है तथा उन्हें ऐसे काम में लगाया जा सकता है। केंद्रीय माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (एमएसएमई) मंत्रालय तथा दिल्ली, बिहार, राजस्थान, केरल और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में तकनीकी शिक्षा विभाग के साथ मिलकर स्थापित टेक्निकल स्कूल युवाओं के लिए तकनीकी कौशल हासिल करना संभव करते हैं। इससे वे रोजगार के मौकों का लाभ उठाने के योग्य हो सकेंगे और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण व सेवा क्षेत्र में

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