8 जुलाई के बाद गौतमबुद्ध नगर में दूसरे जनपदों के नहीं चलेंगे ऑटो, चालक हुए नाराज़

ROHIT SHARMA / JITENDER PAL

Galgotias Ad

8 जुलाई के बाद गौतमबुद्ध नगर में बाहर के जनपदों के चल रहे ऑटो को सीज किया जाएगा। जिसको लेकर परिवहन विभाग मुनादी के माध्यम से सभी को सतर्क कर रहा है|

आपको बता दे की जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर बीएन सिंह के द्वारा जनपद गौतम बुद्ध नगर के यातायात को सुगम बनाने के उद्देश्य से निरंतर रूप से विभिन्न प्रकार की कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है।



इसी क्रम में जिला अधिकारी के द्वारा 8 जुलाई के बाद जनपद में बहार के जनपदों के संचालित हो रहे समस्त ऑटो को सीज करने के निर्देश परिवहन विभाग को दिए गए हैं।

परिवहन विभाग इस कार्यवाही को जनपद में दृढ़ता के साथ लागू कराने के उद्देश्य से व्यापक स्तर पर मुनादी के माध्यम से प्रचार-प्रसार करा रहा है, ताकि सभी बाहर के जनपदों के ऑटो 8 जुलाई के बाद अपने अपने जनपद में संचालित किए जाएं, अन्यथा की स्थिति में सभी ऑटो को सीज करते हुए परिवहन विभाग के द्वारा कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।

वही इस मामले में परिवहन विभाग के आरटीओ अजय कुमार त्रिपाठी का कहना है की जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर बीएन सिंह के द्वारा जनपद गौतम बुद्ध नगर के यातायात को सुगम बनाने के उद्देश्य से निरंतर रूप से विभिन्न प्रकार की कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। जिला अधिकारी के द्वारा 8 जुलाई के बाद जनपद में बहार के जनपदों के संचालित हो रहे समस्त ऑटो को सीज करने के निर्देश परिवहन विभाग को दिए गए हैं। जिसको लेकर परिवहन विभाग 8 जुलाई के बाद गौतमबुद्ध नगर में बाहर के जनपदों के चल रहे ऑटो को सीज किया जाएगा , साथ ही जिसको लेकर परिवहन विभाग मुनादी के माध्यम से सभी को सतर्क कर रहा है |

वही दूसरी तरफ इस मामले में ऑटो चालकों का कहना है की जिला अधिकारी द्वारा दिए गए निर्देश ऑटो चालकों के लिए गलत है, अगर ऐसी कार्यवाही होगी तो इसका विरोध किया जाएगा | साथ ही कुछ ऑटो चालकों का कहना है की हमारे पास दिल्ली का परमिट है, लेकिन हमारा परिवार नोएडा में रहता है | जिसके कारण मुझे नोएडा जाना पड़ता है, अब यह डर लगने लगेगा की कब मेरा ऑटो सीज़ न हो जाए | ऑटो चालकों का यह भी कहना है की ये नियम सिर्फ ऑटो के लिए ही क्यों निकाला है, बहुत सी गाड़िया है जो दूसरे जिले की है जो नोएडा में चलती है | उन पर भी कार्यवाही होनी चाहिए, इस आदेश पर जिला अधिकारी को दोबारा सोचना चाहिए |

Leave A Reply

Your email address will not be published.