केंद्रीय मंत्री से फिरौती माँगने के मामले में पुलिस ने आरोपी को कोर्ट के सामने किया पेश , न्यायालय ने दिए आदेश

Talib Khan / Rohit Sharma

Noida, (23/4/2019): केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा का बीस मिनट का वीडियो और दस करोड़ की मांग के बाद नोएडा पुलिस की पांच घंटे की जांच से ब्लैकमेलिंग की साजिश का पर्दा उठ गया। कैलाश अस्पताल के बाहर व अंदर सोमवार दोपहर से शाम तक पांच घंटे तक चर्चाओं का दौर जारी रहा है। शाम करीब 5:45 बजे एसएसपी वैभव कृष्ण, केंद्रीय मंत्री के साथ बाहर निकले तो मामले की जानकार दी।

दरअसल प्रतिनिधि चैनल का मालिक आलोक कुछ लोगों के साथ चुनाव के दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा से मिलने गया था। वहां आलोक ने केंद्रीय मंत्री से चुनाव प्रचार के दौरान गाड़ी व अन्य लॉजिस्टिक सुविधाएं प्रदान करने की बात कही तो इस पर महेश शर्मा ने कहा कि कोडवर्ड में बात करो। पूरी बातचीत का वीडियो आलोक ने बना लिया था। केंद्रीय मंत्री द्वारा कोडवर्ड शब्द को उसने ब्लैकमेल का जरिया बना लिया। इसके बाद आलोक ने 10 करोड़ रुपये की उगाही की साजिश रची। इसके तहत महिला पत्रकार निशु को केंद्रीय मंत्री के कैलाश अस्पताल के कार्यालय में भेजा गया। वह केंद्रीय मंत्री को ब्लैकमेल नहीं कर पाई और आलोक की बुनी जाल में फंस गई। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

निशु से पूछताछ की जा रही है। निशु ने स्वीकार किया कि दिल्ली-एनसीआर के हाईफ्रोफाइल चार बड़े नेता उनके गिरोह के रडार पर थे। इनमें सत्ताधारी व विपक्षी दलों के नेता शामिल थे। हालांकि अभी मामला शुरुआती चरण में था। निशु ने बताया कि वह लोग पहले भी इस तरह की ब्लैकमेलिंग कर चुके हैं। उन्होंने उद्योगपति से लेकर बिल्डर व अन्य बड़े लोगों से पैसों की उगाही भी की है।



एसएसपी वैभव कृष्ण के मुताबिक प्रतिनिधि चैनल बंद होने के बाद चैनल मालिक के पास कोई काम नहीं था। उसी दौरान उसने कुछ लोगों के साथ मिलकर ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी। इसमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं। इस गिरोह के लोग पहले पत्रकार बनकर बड़े नेताओं व अन्य लोगों से संपर्क करते हैं और धीरे धीरे ब्लैकमेलिंग पर उतर जाते हैं। इस बार केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा को जब ब्लैकमेल करने का प्रयास किया तो पोल खुल गई।

इस पूरे प्रकरण में नोएडा की एक महिला समाजसेवी का नाम आ रहा है। पुलिस ने महिला समाजसेवी को देर रात तक महिला थाने में बैठा रखा था। महिला समाजसेवी ने बताया कि कई महीने से आलोक उनसे केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा से मिलवाने के लिए कह रहा था। इसके बाद पिछले महीने उन्होंने आलोक को केंद्रीय मंत्री से मिलवाया। मुझे यह नहीं पता था कि वह केंद्रीय मंत्री का कोई वीडियो बना रहा है। वह आलोक को मिलवाने ले गई थी । इसलिए उनकी तस्वीर भी उस वीडियो में है। इसके बाद पुलिस ने कई घंटे तक पूछताछ की।

जिस बीस मिनट के वीडियो में महेश शर्मा व अन्य लोग बातचीत करते हुए दिख रहे हैं। इसमें चुनाव प्रचार के लिए वाहनों के इंतजाम करने के साथ वोट दिलाने की बात कही गई है। इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने कोडवर्ड में बात करने का जिक्र किया। इसी कोडवर्ड शब्द से वह केंद्रीय मंत्री को ब्लैकमेल करने का प्लेटफार्म बनाया। जब इस वीडियो की जांच की गई तो एसएसपी ने कहा कि वीडियो में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।

वहीं आज आरोपी महिला निशु को नोएडा थाना सेक्टर 20 पुलिस ने सूरजपुर कोर्ट में पेश किया। जहा आरोपी महिला निशु को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में रखा गया है।

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