बरौला में पत्थर मार्किट तोड़ने पहुंचा नोएडा प्राधिकरण का अतिक्रमण दस्ता, धरने पर बैठ किसानो ने बचाई दुकानें
Abhishek Sharma / Rahul Kumar Jha
नोएडा के बरौला में आज प्राधिकरण का अतिक्रमण हटाओ दस्ता भारी बल के साथ पत्थर मार्केट को ढहाने के लिए पहुंचा। जिसके बाद वहां के स्थानीय लोग किसान, बुजुर्ग, महिलाएं, धरने पर बैठ गए और दुकानों को ढहने से रोक लिया।
नोएडा प्राधिकरण का कहना है कि नोएडा के बरौला गांव के बाहर बनी पत्थर मार्केट का अधिग्रहण हो चुका है, जबकि किसान इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है और अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। धरने में भारतीय किसान यूनियन (भानु) के किसान नेता और सैकड़ों लोग धरने पर बैठ गए। जिसके बाद प्राधिकरण का अतिक्रमण हटाओ दस्ता बिना मार्केट तोड़े वापस लौट गया। हालांकि उसके बाद भी किसान धरने पर बैठे रहे और नारेबाजी करते रहे।
किसानों का कहना है कि प्राधिकरण ने जबरदस्ती इस जमीन का अधिग्रहण किया था । जिसके बाद नोएडा प्राधिकरण की 176 वी बोर्ड बैठक में इस जमीन का फैसला किसानों व ग्रामीणों के हक में आया था , जिसके बाद प्राधिकरण ने एनजीटी में मुकदमा दायर किया और किसानों ने आरोप लगाया कि प्राधिकरण ने अपना आदमी भेजकर इस जमीन को अवैध साबित कराया है।
बरौला निवासी पूर्व विधायक सत्यवीर गुर्जर ने टेन न्यूज से बात करते हुए बताया कि प्राधिकरण अपनी तानाशाही चला रहा है, जहां मर्जी वहां तोड़फोड़ की जा रही है। उन्होंने बताया कि बरौला में बनी पत्थर मार्केट पर किसानों का हक है और वे यह हक लेकर रहेंगे। चाहे इसके लिए उन्हें किसी भी हद तक जाना हो। उनका कहना है कि अगर प्राधिकरण जमीन पर बुलडोजर चलाएगा तो सभी किसान उसके आगे आत्मदाह कर लेंगे, लेकिन जमीन नहीं देंगे।
इस दौरान मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात रही और मौके पर किसी भी प्रकार की तनातनी से बचने के लिए प्राधिकरण ने बुलडोजर न चलाने का फैसला किया। हालांकि, प्राधिकरण का कहना है कि यह जमीन प्राधिकरण की है। प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि इस जमीन को निश्चित रूप से कब्जे में लिया जाएगा और इस पर बुलडोजर चलना तय है।