उच्च न्यायालय के आदेश से 3 महीने पहले प्राधिकरण ने निजी बिल्डर का निर्माण बंद करने के बाद द्वारा काम चालू करने पर किसानों में आक्रोश

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LOKESH GOSWAMI 

मिर्जापुर रामपुर बांगर गांव के खसरा नम्बरान 62 और 70 पर मा0 उच्च न्यायालय द्वारा यथास्थिति बनाये रखने के आदेश पारित किये गये थे, उस जमीन पर निजी बिल्डर द्वारा कार्य शुरू कर दिये जाने से किसानों का आक्रोश सडकों पर नजर आया, जिसके चलते किसान मजदूर संगठन के आहावान पर वरिष्ठ किसान नेता धीरेन्द्र्र सिंह, के नेतृत्व में 50 गांव के किसानों की एक महापंचायत निजी बिल्डर की साईट पर आयोजित हुई। पुलिस द्वारा धारा 144 का हवाला देकर किसानों को धमकियां देकर किसानों को रोकने का प्रयास किया गया, जिससे स्थिति और बिगड गयी। पुलिस के रवैये से नाराज किसानों ने निजी बिल्डर की साईट पर ही बैठकर अनिश्चितकालीन धरना देने का ऐलान कर दिया तथा कब्जा लेने के लिए टैक्टर मंगवा लिये, स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए मौके पर उपजिलाधिकारी सदर श्री बच्चू सिंह के नेतृत्व में यमुना प्राधिकरण के अधिकारी किसानोें के मध्य में आये और किसानों को आश्वस्त किया कि समझौता होने तक बिल्डर विवादित भूमि पर कोई भी निर्माण कार्य नही किया जायेगा। ज्ञात रहे कि मा0 उच्च न्यायालय के आदेश का पालन कराये जाने हेतु 03 माह पूर्व प्राधिकरण ने मौके पर आकर निजी बिल्डर द्वारा विवादित जमीन पर किये जा रहे निर्माण कार्य को बंद कर दिया था, लेकिन चोरी छिपे निजी बिल्डर के कर्मचारी निर्माण कार्य बदस्तूर जारी रखे हुये थे, किसानों के मना करने पर आमादा फौजदारी रहते थे व स्थानीय थानें में किसानों के विरूद्ध झूठी शिकायत कर मुकदमें दर्ज कराते थे, ताकि किसान डर कर अपने हक की आवाज ना उठा पाये। वरिष्ठ किसान नेता धीरेन्द्र सिंह ने किसानों के मध्य में कहा कि ’’शक्तिशाली पूंजीपतियों ने कानून के मुहाफिजों को अपनी मुटठी में कैद कर रखा है, जिसकी वजह से किसानों का हक मिलने से पहले उसे मार लिया जाता है। किसानों को धमकियां देकर तथा आपसी फूट डालकर पुलिस और प्रशासन के लोग बिल्डरों को नफा-नाजाय पहुॅचाने का कार्य करते हैं। किसान विकास के खिलाफ नही है लेकिन यदि उनके साथ जोर जबरदस्ती की गयी तो इसके परिणाम गम्भीर होंगे।’’ पंचायत की अध्यक्षता श्री अर्जुन प्रधान सलारपुर ने की तथा संचालन श्री चन्द्रपाल सिंह सोलंकी ने किया तथा किसान मजदूर संगठन के जिलाध्यक्ष चौधरी अमरपाल सिंह, भृगराज सिंह रावल, मा0 सुरेश सिंह, हरिबाबा, राजेन्द्र भगत जी, किरनपाल मुनिम जी, अनूप चौधरी, व उधम सिंह आदि ने भी पंचायत के समक्ष अपने विचार रखे तथा पंचायत में शामिल प्रमुख लोगों में श्री इन्दर प्रधान जी, मेघराज सिंह, सुरेशचंद शर्मा, ठाकुर किरनपाल सिंह, रामेश्वर दयाल प्रधान जी, राकेश भाटी, हंसराज शर्मा, श्रीओम शर्मा, जसवंत प्रधान जी भाईपुर, जाकिर प्रधान जी, बिजेन्द्र प्रधान जी, हाजी हाशम अली खांन, देवेन्द्र सिंह, सत्यप्रकाश, पूरन सिंह, नवजीत चौधरी भूले मेम्बर, ललित भाटी, चंचल सिंह, सलीम भाटी दौला, राजीव भाटी, धर्मेन्द्र सिंह, गिर्राज शर्मा वाईस चेयरमैन रबूपुरा, अमन ठाकुर, धर्मवीर सिंह, ओमकुमार, रामवीर सिंह, नेपाल सिंह, हरकेश प्रधान, रविन्द्र भाटी, नेपाल सिंह, रामवीर सिंह, योगेन्द्र सिंह, रियासत अली, राकेश भाटी, मानक सिंह, महेश नेता जी, सतीश मिल्क, भूले मेम्बर, खलील खांन, धर्मराज, सुरेशचंद
शर्मा, मुकेश, नसरू ठेकेदार, अमित कौशिक आदि हजारों लोग उपस्थित रहे। संलग्नः-1. मा0 उच्च न्यायालय में योजित रिट सी. 3794/2009 की छायाप्रति।

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