रक्षामंत्री राजनाथ का बयान, एलएसी पर चीन ने जुटाए सैनिक और गोला बारूद, हमारी सेना भी तैयार

ROHIT SHARMA

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नई दिल्ली :– रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज संसद भवन में लेक पर चीन और भारत की स्थिति पर बताया , उन्होंने कहा की जैसा कि यह सदन अवगत है चाईना, भारत की लगभग 38,000 स्क्वायर किलोमीटर  भूमि का अनधिकृत कब्जा लद्दाख में किए हुए है। इसके अलावा, 1963 में एक तथाकथित बॉउंड्री अग्रीमेंट  के तहत, पाकिस्तान ने पीओके की 5180 स्क्वायर किलोमीटर भारतीय जमीन अवैध रूप से चाईना को सौंप दी है |

उन्होंने कहा  है की जैसा कि आपको ज्ञात है की देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में लद्दाख का दौरा कर हमारे बहादुर जवानों से मुलाकात की थी एवं उन्हें यह संदेश भी दिया था कि समस्त देशवासी अपने वीर जवानों के साथ खड़े हैं |

मैंने भी लद्दाख जाकर अपने शूरवीरों के साथ कुछ समय बिताया है और मैं आपको यह बताना चाहता हॅूं कि मैंने उनके अदम्य साहस, शौर्य और पराक्रम को महसूस किया है |

आप जानते हैं कि कर्नल संतोष बाबू और उनके 19 वीर साथियों ने अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। इस सदन ने दो मिनट मौन रखकर उन्हें अपनी श्रद्धांजली अर्पित की है |

 

भारत तथा चीन, दोनों ने, औपचारिक तौर पर यह माना है कि सीमा का प्रश्न एक जटिल मुद्दा है जिसके समाधान के लिए धैर्य की आवश्यकता है तथा इस इशू का फेयर , रीजनेबल और परस्पर स्वीकार्य समाधान, शांतिपूर्ण बातचीत के द्वारा निकाला जाए | यह भी बताना चाहता हूँ कि अभी तक इंडिया – चीन  के बॉर्डर इलाके में लेक नहीं है और लेक को लेकर दोनों का अनुभूति अलग-अलग है |

 

उन्होंने कहा है कि उनके लिए बर्फीली ऊॅंचाइयों के अनुरूप विशेष प्रकार के गरम कपड़े, उनके रहने का व्यवस्था तथा उनके सभी अस्त्र-शस्त्र एवं गोला बारूद की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। हमारे जवानों की यह प्रतिज्ञा सराहनीय है |

 

मैं इस सदन से यह आग्रह करना चाहता हॅूं कि हमें एक रेजुलेशन पारित करना चाहिए कि हम अपने वीर जवानों के साथ कदम-से-कदम मिलाकर खड़े हैं, जो कि अपनी जान की बगैर परवाह किए हुए देश की चोटियों की उचाईयों पर विषम परिस्थितियों के बावजूद भारत माता की रक्षा कर रहे हैं |

यह समय है जब यह सदन अपने सशस्त्र सेनाओं के साहस और वीरता पर पूर्ण विश्वास जताते हुए उनको यह संदेश भेजे कि यह सदन और सारा देश सशस्त्र सेनाओं के साथ है जो भारत की संप्रभुता एवं सम्मान की रक्षा में जुटे हुए हैं |

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