कल्पना कला केंद्र ने मनाया 43वां वार्षिकोत्सव , कलाकारों ने दी “धरोहर” पर आधारित शानदार प्रस्तुति
Baidyanath Halder / Rohit Sharma
Noida (20/01/2020) : नोएडा की कल्पना कला केंद्र संस्था द्वारा अपना 43वां वार्षिकोत्सव मनाया गया। इस कार्यक्रम में नोएडा के गणमान्य लोग समेत सैकड़ो अभिभावक उपस्थित रहे। कार्यक्रम की थीम “धरोहर” थी। इस थीम पर भारत देश की संस्कृति को बच्चों ने नृत्य के जरिए लोगों के समक्ष पेश किया, खासबात यह है की कलाकारों ने सभी राज्यों के लोकनृत्य पेश किए। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई।
वही, इस कार्यक्रम में हरियाणा , दिल्ली , उत्तर प्रदेश , उत्तराखंड , गुजरात , असम , महाराष्ट्र , मध्य्प्रदेश , केरल , ओडिसा , राजस्थान समेत अन्य राज्यों की संस्कृति को नृत्य के माध्यम से दिखाया गया। जिसमे बताया गया कि आपका भारत सम्पूर्ण तरिके से पूरा है , आपको किसी भी संस्कृति को देखने के लिए अन्य देश में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, सभी भारत के अंदर है।
साथ ही इस कार्यक्रम का संचालन नवरत्न फॉउण्डेशन्स के अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने किया | इस कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम उपस्थित रही | जिन्होंने गणमान्य लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा की इस कार्यक्रम के माध्यम से भारत देश का भ्रमण यही बैठे-बैठे कर लिया है। यहां प्रत्येक बच्चे ने नृत्य के दौरान अपना शत-प्रतिशत योगदान दिया है। बेशक कलाकारों ने अद्भुत प्रस्तुति दी है।
वही दूसरी ओर इस कार्यक्रम में टेन न्यूज़ के संस्थापक गजानन माली, एसोसिएशन ऑफ़ ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रीज (अग्नि) के अध्यक्ष, आदित्य घिल्डियाल, नवरत्न फाउंडेशन के संस्थापक अशोक श्रीवास्तव, नोफा सदस्य राजीवा सिंह, पवन कुमार समेत कई अन्य लोग विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। साथ ही इस कार्यक्रम में विशेष अतिथियों द्वारा सामाजिक लोगों को सम्मानित कराया गया।
वही इस कार्यक्रम में शमीम अनवर , ज्योति श्रीवास्तव , ज्योति सक्सेना , पवन राज , सेक्टर 100 के अध्यक्ष पवन यादव समेत नोएडा के गणमान्य लोग शामिल रहे |
कल्पना कला केंद्र की निदेशिका डॉ. कल्पना भूषण का कहना है कि कल्पना कला केंद्र ने प्रत्येक वर्ष की भाँती इस वर्ष भी बड़े हर्षोल्लास के साथ वार्षिकोत्सव मनाया गया है। हर वर्ष कार्यक्रम में अलग-अलग थीम रखी जाती है, जो दर्शकों के मन में बैठ सके। इस वर्ष कार्यक्रम की थीम “धरोहर” रही। अर्थात, हमारे देश की असली धरोहर हमारी संस्कृति है, जो पूरे विश्वभर में प्रचलित है। यहां हर राज्य की अपनी संस्कृति है , जो लोगों को लुभाती है। हम सबका कर्त्तव्य है कि संस्कृति के रूप में अपनी “धरोहर” को संजोकर रखें।
डॉ. कल्पना भूषण ने बताया कि इस कार्यक्रम में 150 बच्चों और युवाओं समेत महिलाओं ने सहभागिता की है। वही उन्होंने बताया कि बच्चों की वे नृत्य की शिक्षा 1977 से से प्रदान करते आ रहे हैं, आज के समय में कल्पना कला केंद्र के सभी शिष्य अपनी कला के माध्यम से बड़े स्तर पर पहुंच गए हैं। बहुत अच्छा लगता है कि कल्पना कला केंद्र का नाम देश और विदेश में रोशन होता जा रहा है।
Photo Highlights | Dharohar – Musical and Cultural Feast by Kcalpna Kala Kendra NOIDA