बड़ा खतरा : दिल्ली के बस अड्डों पर उमडा जनता का हुजूम, कहीं फीका न पड जाए लॉकडाउन
ROHIT SHARMA
नई दिल्ली :– पूरे देश में लॉकडाउन होने के बाद दिल्ली-एनसीआर से बिहार, यूपी और झारखंड के मजदूर, कामगार घर जाने का बैचेन हैं , लेकिन उनकी इस हड़बड़ाहट ने लॉकडाउन की कामयाबी से हासिल होने वाले नतीजे पर सवाल उठा दिया है |
तस्वीरों में देख सकते है कि दिल्ली के आईएसबीटी कश्मीरी गेट बस अड्डा पर इस वक्त अपने-अपने घर जाने वाले मजदूरों के हुजूम से अड़े पड़े हैं | इतनी बड़ी भीड़ की वजह से यहां संक्रमण का खतरा पैदा हो गया है |
दरअसल , मजदूरों की समस्याओं को देखते हुए योगी सरकार ने 1000 बसें चलाने का फैसला किया है | ये बसें दिल्ली में फंसे यूपी के मजदूरों को लेकर उनके गांव जाएगी | जाहिर है एक बस में इतनी बड़ी संख्या में लोगों के एक साथ बैठने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा |
आपको बता दें कि कोरोना वायरस का संक्रमण बड़ी तेजी से फैलता है , अगर कोई भी व्यक्ति कोरोना पीड़ित शख्स के एक मीटर के दायरे में आता है और उसका उससे संपर्क होता है , तो उसके शरीर में भी इस वायरस के जाने का खतरा बढ़ जाता है |
खासबात यह है कि मजदूरों की संख्या को देखते हुए बसों में यात्रा के दौरान ऐसे किसी भी संक्रमण की गुंजाइश पैदा होती है | इसके अलावा अगर को कोरोना संक्रमित व्यक्ति किसी तरह से अपने गांव पहुंच जाता है और इसक जानकारी स्थानीय प्रशासन को नहीं होती है तो उससे कई और लोगों के संक्रमित होने का खतरा रहता है |
इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मजदूरों को लाने के लिए की गई बसों की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं | सीएम नीतीश ने कहा है कि दिल्ली से या कहीं और से लोगों को बुलाने से समस्या और बढ़ेगी , क्योंकि ये लोग अपने गांव में भी संक्रमण फैला सकते हैं | इससे लॉकडाउन का उद्देश्य ही खत्म हो जाएगा |
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं उन लोगों से अनुरोध करता हूं जो पलायन कर रहे हैं और अपने घर वापस जा रहे हैं, कृपया दिल्ली न छोड़ें। मैं तुम्हारे लिए सारी व्यवस्था कर दूंगा। हम आपको भोजन और आश्रय प्रदान करेंगे, कृपया दिल्ली न छोड़ें।