
नई दिल्ली :– दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से दिल्ली के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों, उनके पेरेंट्स और शिक्षकों से स्कूल व अन्य शैक्षणिक संस्थानों को दोबारा खोलने को लेकर सुझाव मांगे।
उन्होंने कहा कि टीचर्स,पेरेंट्स व स्टूडेंट्स delhischools21@gmail.com पर ईमेल कर शैक्षणिक संस्थानों को खोलने को लेकर अपने सुझाव भेज सकते है|
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों को दोबारा खोलने से पहले सभी स्टेकहोल्डर्स के सुझाव ज़रूरी है ताकि सुझावों को ध्यान में रखते हुए सरकार निर्णय ले सके।
उपमुख्यमंत्री ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 19 जुलाई से चल रहे विशेष पीटीएम के दौरान कई स्कूलों का दौरा कर पेरेंट्स और टीचर्स से मिलकर बातचीत की। इस दौरान पेरेंट्स और टीचर्स में ये जिज्ञासा देखने को मिली की वे चाहते है कि स्कूल खोले जाएं। लेकिन उनके मन में बच्चों की सुरक्षा को लेकर डर भी है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कॉलेज बंद होने के कारण युवाओं की भी कॉलेज-लाइफ घर के छोटे से कमरे तक सिमट गई है। कॉलेज जाने वाले युवाओं का सपना होता है कि वे बड़े कॉलेज में पढ़ेंगे लेकिन महामारी के कारण उनका कॉलेज कैंपस घर के एक कमरे तक ही सीमित हो कर रह गया है। इसलिए युवा भी इस बात को लेकर जिज्ञासु है कि उनके कॉलेज कब और कैसे खुलेंगे।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर स्कूल और कॉलेज बंद किए थे लेकिन अब आसपास के कई राज्यों में स्कूल खुल चुके है या खुल रहे है। साथ ही दिल्ली में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है। दिल्ली में रोजाना 70-75 हज़ार कोरोना टेस्ट हो रहे है और 40-60 कोरोना पॉजिटिव लोग मिल रहे है, इसलिए सरकार शैक्षणिक संस्थानों को खोलने को लेकर कोई निर्णय ले उससे पहले पेरेंट्स,टीचर्स,प्रिंसिपल्स व बच्चों से उनके सुझाव लेना चाहती है कि शैक्षणिक संस्थानों को कब से और कैसे खोले।
एजुकेशन के सभी स्टेकहोल्डर्स अपने सुझाव delhischools21@gmail.com पर ईमेल के द्वारा भेज सकते है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सुझावों के आने के बाद सरकार निर्णय लेगी कि शैक्षणिक संस्थानों को कब और कैसे खोला जाए।