मायावती ने बागी विधायकों को पार्टी से किया निलंबित, एमएलसी चुनाव में बीजेपी को समर्थन देने के संकेत
ABHISHEK SHARMA
उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर मची हलचल के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज सात बागी विधायकों को पार्टी से बाहर कर दिया है। इन विधायकों पर पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवार के खिलाफ बगावत करने का आरोप लगा है। इस संबंध में विधायक दल के नेता लालजी वर्मा ने अपनी रिपोर्ट मायावती को सौंपी थी।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम किसी दूसरे दल के नेता से नहीं मिले हैं, हम पर लगे सभी आरोप गलत हैं। मायावती ने इस दौरान समाजवादी पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया। मायावती ने कहा कि 1995 केस हाउस कांड का मुकदमा वापस लेना बड़ी गलती थी। चुनाव प्रचार के बजाय अखिलेश यादव मुकदमा वापस कराने में लगे थे। 2003 में मुलायम ने बसपा तोड़ी, जिसमे भी उसकी दुर्गति हुई। अब अखिलेश ने यह काम किया है, उनकी भी दुर्गति होगी।
मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी में परिवार के अंदर लड़ाई थी, जिसकी वजह से गठबंधन कामयाब नहीं हुआ। सपा से गठबंधन का हमारा फैसला गलत था। मायावती ने बागी विधायकों के बारे में कहा कि सभी साथ विधायक निलंबित किए गए हैं। बागी विधायकों की सदस्यता रद्द की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह षड्यंत्र कामयाब नहीं होगा। मायावती ने कहा कि एमएलसी के चुनाव में सपा को जवाब देंगे। मायावती ने कहा कि सपा को हराने के लिए बसपा पूरी ताकत लगा देगी। इसके लिए विधायकों को बीजेपी समेत किसी भी अन्य विरोधी पार्टी के उम्मीदवार को वोट ही क्यों ना देना पड़ जाए।