गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा ने ‘फेस 2 फेस’ कार्यक्रम में दिए जनता के सवालों के जवाब

Rohit Sharma

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नोएडा : देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 279 लोगों की मौत हो जाने के बाद इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 7466 हो गई है। इस दौरान 9985 संक्रमण के नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 2 ,76 ,583 हो गई। देश में लॉकडाउन 5.0 चल रहा है, जो 30 जून तक लागू किया गया है।

उत्तर प्रदेश के जिला गौतमबुद्ध नगर में कोरोना का कहर जारी है। अब तक तक 691 मरीज कोरोना से संक्रमित मिल चुके है। जिसको लेकर जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, विधायक समेत सांसद अपनी नज़र बनाए हुए है। वही इस बड़ी संख्या में गिरावट को लेकर सभी मंथन कर रहे है।

इस लॉकडाउन में टेन न्यूज़ नेटवर्क वेबिनार के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहा है , साथ ही लोगों के मन में चल रहे सवालों के जवाब विशेषज्ञों द्वारा दिए जा रहे हैं। आपको बता दे कि टेन न्यूज़ नेटवर्क ने “फेस 2 फेस” कार्यक्रम शुरू किया है , जो टेन न्यूज़ नेटवर्क के यूट्यूब और फेसबुक पर लाइव किया जाता है।

वही “फेस 2 फेस” कार्यक्रम में गौतम बुद्ध नगर के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने हिस्सा लिया। साथ ही इस कार्यक्रम के माध्यम से गौतमबुद्ध नगर की जनता के सवालों का जवाब भी दिया। डॉ महेश शर्मा ने इस कार्यक्रम में एक विशेष बात पर जोर दिया , जिसमे उन्होंने कहा कि लोग शारीरिक दूरी बनाएं, मास्क और हाथ को साबुन से धोते रहे। साथ ही अनावश्यक रूप से घर के बाहर न निकले।

डॉ महेश शर्मा ने कहा कि सौ साल पहले 1918 में आई स्पेनिश फ्लू महामारी ने बहुत प्रकोप दिखाया था , जिसका इलाज उस समय की भी देश के पास नहीं था , लाखों की संख्या में लोगों की मौत हुई। उसी तरह अब 100 साल बाद ये कोरोना महामारी ने दस्तक दी है, इस मांहमारी का इलाज नहीं है |

उन्होंने कहा की दुनिया के सबसे बड़ी कंट्री , स्वास्थ्य जगत में अपना नाम रोशन करने वाली कंट्री में आज वह स्थिति हो गई है कि इस महामारी से केसा बचा जाए। वह सब अंधेरे में है , यह बीमारी कैसे हुई , किस वायरस से हुई , वो वायरस कहां से आया , उस वायरस के लिए कोई वैक्सीन है , वह कब तक रहेगा,  कितने टेंपरेचर पर रहेगा। प्रिकॉशन के क्या तरीके हैं , ट्रीटमेंट क्या है,  इन सब में अभी हम सब लोग अंधेरे में हैं।

डॉ महेश शर्मा ने कहा कि अपने अपने अनुभवों को शेयर कर कर हमने अपना प्रोटोकॉल बनाया , उस प्रोटोकॉल से हम इस महामारी से लड़ रहे हैं। धन्यवाद दें हम अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का, जिन्होंने सही समय पर फैसला लेकर देश को अनर्थ की तरफ ले जाने से बचा लिया। कल्पना करें अगर यही स्थिति 22 मार्च को होती जब पहला जनता कर्फ्यू लगा था , तो हमने हाथ धोने नहीं सीखे थे , हमें मास्क लगाने की आदत थी ही नहीं , डॉक्टरों और नर्सों को छोड़ दे तो।

गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ महेश शर्मा ने कहा कि 2 मीटर की दूरी , मास्क और हाथ धोना , आज यही तीन चीजें हमें कोरोना महामारी से बचा रहे हैं | इलाज हमारे पास इस बीमारी का बहुत कुछ नहीं है , यह वायरल फीवर है , वायरल फीवर का इलाज दवाई के साथ 1 सप्ताह में ठीक होगा , बगैर दवाई के 7 दिन में ठीक होगा , समझ लीजिए वायरल फ्लू का क्या इलाज है | हम सिर्फ सपोर्टिव ट्रीटमेंट दे रहे हैं अभी वैक्सिंन के बारे में यह सोचना कि जल्द ही इस महामारी की वैक्सिंन बनकर आएगी,  तो यह सोचना सही है , लेकिन यह हकीकत नहीं होगा | जैसे कि हमारे देश में एचआईवी का कोई इलाज नहीं है , हेपेटाइटिस बी , सी समेत बहुत सी ऐसी बीमारी है,  जिसकी दवाई नहीं बनी है |

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद देशभर में लोगों ने एकजुटता का सबसे बड़ा संदेश दिया | कोरोना का संक्रमण बेशक फैल रहा है, फिर भी हम विश्वास से भरे हैं। क्योंकि दुनिया के अन्य हिस्सों में संक्रमित रोगियों की निरंतर बढ़ती संख्या की तुलना में भारत में इसका प्रकोप काफी सीमित है। यह इसलिए आश्चर्यजनक है, क्योंकि भारत न केवल अधिक जनसंख्या घनत्व वाला एक विकासशील देश है, बल्कि यहां सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़ी बुनियादी ढांचागते सुविधाएं एवं संसाधन भी सीमित हैं।

साथ ही डॉ महेश शर्मा ने प्रधानमंत्री के फैसले को देश वासियों के हित के लिए बताया। उन्‍होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में जारी लॉकडाउन को 30 जून तक बढ़ाने की घोषणा की है।’ यह निर्णय भारतवासियों की स्वास्थ्यरक्षा को ध्यान में रख कर किया गया है। उनकी अपील को ध्यान में रखते हुए सबको लॉकडाउन का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा की अभी अनलॉक 1 भी चल रहा है , 20 जून तक 95 प्रतिशत हमारे देश में सभी चीजे खुल जाएगी , क्योकि हमे इस बीमारी के साथ साथ जीना होगा | ये कोरोना महामारी का कभी अंत नहीं होगा |

उन्‍होंने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी पर विजय पाने के लिए भारत की सामूहिक संकल्प शक्ति अवश्य कामयाब होगी। संकट की इस घड़ी में सारा देश सतर्कता, सुरक्षा, सहयोग एवं वयं राष्ट्रे जागृयाम के भाव के साथ एकजुट खड़ा है। यही हमारी सबसे बड़ी ताक़त है।

 

डॉ महेश शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन के जरिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत देश को बढ़े अनर्थ रास्ते से बचा लिया है। अगर लॉकडाउन नहीं किया जाता तो आज हमारे देश की स्थिति अन्य देशों की तरह होती। अन्‍य देशों की तुलना में हमारा देश बहुत बेहतर स्थिति में हैं। जब तक वैज्ञानिक कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन नहीं बना लेते, तब तक हमें इसे बचने के लिए दो गज की दूरी बना कर रखनी होगी। मतलब संक्रमण से बचाव के लिए हमें सोशल डिस्‍टेंसिग , मास्क और 20 बार हाथों को धोना के साथ टीका विकसित होने तक पालन करना होगा। कोरोना से मरने वालों की संख्याओं में अन्य देशों की तुलना में बहुत बेहतर है।

उन्‍होंने कहा कि कोरोना जैसी महामारी जैसी विपत्ति हमारे देश पर आएगी, इसकी किसी को भनक ही नहीं थी। इसके बावजूद दिसंबर में चीन के वुहान में इस संक्रमण के फैलने के एक माह बाद ही भारत में पहला व्‍यक्ति संक्रमित मिला था। तभी मोदी सरकार इस संक्रमण को लेकर सतर्क हो गई थी। उस समय हमारे पास कोरोना की टेस्टिंग की एक मात्र लैब थी, लेकिन अब इस महामारी के पैर फैलाते ही इतने कम समय में अनेक लैब बन चुकी हैं।

हमारे पास मास्‍क बनाने की एक फैक्ट्री नहीं थी, लेकिन इतने दिनों में सैकड़ों की संख्‍या में देश में कंपनियां मास्‍क तैयार कर रही हैं। इस संकट में हम पीपीई, वेंटिलेटर आदि का निर्माण भी कर रहे हैं। आज के समय में हमारे पास एक लाख से ज्यादा वेंटिलेटर है, साथ ही कोरोना के मरीजों के लिए 5 लाख से ज्यादा बेड़ हमारे पास है। इस लॉकडाउन में हमारी सरकार अनेक तैयारियां कर चुकी है। अब देश के प्रधानमंत्री का ध्यान सिर्फ वैक्सीन पर है।

डॉ महेश शर्मा ने कहा कि कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग आसानी से वायरस का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए खान-पान का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। कोराना वायरस की चपेट में आने वाले ज्यादातर लोग भी वहीं हैं, जिनका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर है, जो कि बच्चों और बुजुर्गों में आम तौर पर देखा जाता है। इसलिए सभी से अपील है की इस अनलॉक में बच्चों और बजुर्गों को बहार न निकलने दे |

गौतमबुद्ध नगर में बढ़ रहे कोरोना के मरीजों को लेकर सांसद डॉ महेश शर्मा ने कहा कि चिंता का विषय है , लेकिन हमारे जिले में कोरोना के मरीज ठीक भी हो रहे है , अभी भी स्थिति कंट्रोल में है। कोरोना मरीजों का इलाज जारी है, ज्यादा से ज्यादा मरीज ठीक हो रहे है। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे जिले में 2 लाख झुग्गियां है, 128 बिल्डिंग है। जिसको देखकर लगता है कि अभी भी स्थिति कंट्रोल में है। साथ ही उन्होंने कहा की कैलाश अस्पताल की तीन ब्रांच जिला प्रशासन के लिए है। जिला प्रशासन कोरोना मरीजों के लिए तीनों ब्रांच का इस्तेमाल कर सकता है।

इस कोरोना बीमारी में हमने बहुत कुछ सीख लिया । मास्क लगाने से बहुत सी बीमारियां से लोग दूर रहेंगे | पॉल्यूशन , टीबी , फ्लू जैसी बीमारी से बचेंगे | जिस तरह से दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसको देखते हुए कम्युनिटी ट्रांसमिशन के खतरे का मुद्दा भी उठाया गया। दिल्ली में बहुत सारे मामले ऐसे हैं, जिनके संपर्क का पता नहीं लग रहा है। हालांकि बैठक में मौजूद केंद्र सरकार के अधिकारी ने साफ कहा कि फिलहाल ऐसा कोई आंकड़ा नहीं है, जो यह दिखाता है कि दिल्ली में कम्युनिटी स्प्रेड हो गया है। डॉ महेश शर्मा ने कहा कि देश में अभी नही हुआ कम्युनिटी स्प्रेड | साथ ही उन्होंने कहा की दो गज की दुरी , मास्क नहीं प्रयोग नहीं करोगे तो जरूर हमारे देश में कम्युनिटी स्प्रेड हो जाएगा | इस महामारी से ज्यादा सड़क हादसे में मौत होती है ।

डॉ महेश शर्मा ने कहा की देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरूआत की है. आत्म निर्भर अभियान के तहत उन्होंने देशवासियों से स्वदेशी चीजों अपनाकर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की अपील की है |

आत्म निर्भर देखिए बहुत बड़ा स्लोगन है जिन्हें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया है हम बहुत जगह सुनते थे कोई भी सामान पर मेड बाए चाइना , मेड बाय अमेरिका के नाम , अब सामान इंडिया के नाम से आना शुरू हो गया है | आत्मनिर्भर से हमारे देश के युवाओं को रोजगार मिलेगा , साथ ही हमारे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी | देश हमारा बचा हुआ है , इसलिए क्योंकि 70 फ़ीसदी पॉपुलेशन हमारी गांव में रहती है जो सेल्फ कंटेंट है |

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