नवरत्न फाउंडेशन ने नोएडा में आयोजित किया युवा कवि सम्मेलन, ओज, व्यंग्य, श्रृंगार की सुनाई कविताएँ
नोएडा : देश के युवा कवियो की एक शाम नोएडा के सेक्टर 6 स्थित एनईए सभागार में सजी । जिसमे उभरते हुए युवा कवियो ने अपने व्यंग , सामाजिक चितन, श्रंगार रस भरी कविताओं से सराबोर कर दिया । इन युवा कवियों ने कभी भारत पाकिस्तान की कविता श्रोताओं में जोश भरने का काम किया तो कभी प्रेमरस कविताओं से लोगो मे प्रेमभावना जाग्रत की ।
नवरत्न फाउंडेशन की तरफ से आयोजित अदभुत युवा कवि सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय कवि , अमित शर्मा , चंदन तिवारी, हरीश सजल, अस्वनी झा, अंकित चक्रवर्ती, शिवा सिंह, सौम्या श्रीवास्तव, गिरीश पाठक, गौरी, पल्लवी त्रिपाठी , आदर्श जैसे युवा कवियों ने अपनी कविताओं से सभागार में श्रोताओं का दिल जीत लिया ।
वही युवा कवि आदर्श ने अपने कविता में कुछ यूं बयान किया – पहली जैसी थकन नही है ,पहला जैसा आराम कहा , सबके खाका तैयार है किसके हिस्से में क्या आना है , रिस्तो हो या जायदाद सबमे एक दीवार है । इस कविता को सुन श्रोता सोचने को मजबूर हो गए ।
तो वही श्रृंगार रस की कवयित्री गौरी ने अपनी कविता में महिला सुरक्षा को लेकर कविता पढ़ी – गौरी के नयन में पीर कहा , जो नीर बहाकर रो दे , सभी को न्याय कहा मिलते है ,जो धीरज अपना खो दे।
श्रोताओं में जोश भरने के लिए युवा कवि हरीश ने अपनी कविता कुछ इस तरह बयान किया। नरमुंडों से तन अपना सजाती रही तहसतो की भवानी मौन हो गयी , शीला की जवानी रही याद , रानी पद्मावती की कहानी मौन हो गयी।
देश के दागी नेताओ को अपनी कविता से श्रोताओं के कटघरे में खड़ा करने की कोशिश करने वाले
युवा कवि अंकित ने यू बयान किया , हा मैने कुछ गीत लिखे है , मैने कई पृष्ट भरे है । देश की सत्ता पर तमाचे हमने जड़े है , नही कोई गीत लिखा है इन व्यभिचारी पर, हमने तमाचे मारे गदारो के गालों पर । इस खास अवसर पर नवरत्न फाउंडेशन के संथापक अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि हमारा प्रयास है ये उभरते हुए युवा कवि देश विदेश में अपना और अपने देश का नाम रोशन करे । और हमारा प्रयास लगातार जारी रहेगा । हम ऐसे युवा मोतियों को और ज्यादा से ज्यादा निखारते रहेगें ,