राजस्व में बढ़ोतरी के लिए मेट्रो की खाली जगह पर एनएमआरसी निकलेगा कमर्शियल एवं क्योस्क स्कीम
ABHISHEK SHARMA
नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) अपने राजस्व में बढ़ोतरी करने के लिए नए विकल्प तैयार कर रहा है। इसके लिए एनएमआरसी एक्वा लाइन पर बने मेट्रो स्टेशनों के नीचे और ऊपर खाली जगह का इस्तेमाल क्योस्क (स्टॉल) के रूप में करेगा। ऐसा सभी स्टेशनों पर होगा। इसके लिए चुनावों के बाद योजना निकाली जाएगी।
एक्वा लाइन मेट्रो पर क्योस्क बनाने के लिए एनएमआरसी ने स्थान तय कर रखे है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा की एक्वा लाइन मेट्रो पर 21 मेट्रो स्टेशन है। राजस्व के लिए स्टेशनों की को-ब्रांडिग की जा रही है। इसके अलावा मेट्रो रेपिग, फिल्म शूटिग सेक्टर-94 में मेट्रो मॉल के जरिए भी वह राजस्व में बढ़ोतरी की जा रही है।
एनएमआरसी के कार्यकारी निदेशक पी. डी. उपाध्याय ने बताया कि इसके अलावा अब मेट्रो स्टेशनों के नीचे पड़ी खाली को कमर्शियल के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा जिसके जरिए भी राजस्व में बढ़ोतरी की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इन क्योस्कों में रोजमर्रा के खाने-पीने की चीजों के अलावा अन्य सामानों के लिए क्योस्क आवंटित किए जाएंगे। यह सिर्फ उन क्षेत्रों में लगाए जाएंगे जिस जमीन पर एनएमआरसी का अधिकार है। प्राधिकरण से इसको लेकर बातचीत हो चुकी है। इसके अलावा स्टेशनों के अंदर भी क्योस्क लगाए जाएंगे।
एनएमआरसी के कार्यकारी निदेशक पीड़ी उपाध्याय ने बताया कि स्टेशन पर कहां कहां क्योस्क लगेंगे, इसका निरीक्षण किया जा चुका है। फिलहाल को-ब्रांडिग के तहत अब तक पांच स्टेशनों को दिया जा चुका है। पूरे देश में चल रहे लोकसभा चुनावों के संपन्न होने के बाद दोबारा से को-ब्रांडिग के लिए कंपनियों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक्वा लाइन पर कुछ ऐसे स्टेशन हैं जहां पर बहुत जमीन खाली पड़ी है। एनएमआरसी ने ऐसे स्टेशनों को चिन्हित कर लिया जहां पर अधिक जगह खाली है और ट्रैफिक मूवमेंट नहीं होती है ऐसी जगहों पर कमर्शियल स्पेस भी आवंटित की जाएगी।
वहीं क्योस्क के लिए जुलाई तक टेंडर आवंटित कर दिए जाएंगे , हर मेट्रो के स्टैण्डर्ड के हिसाब से निरिक्षण करके जगह दी जाएगी। उन्होंने बताया कि नोएडा के सेक्टर 51, 137, 101 और सेक्टर 81 समेत कुछ ऐसे स्तातिओंस हैं जहां पर अधिक जगह खाली है उसका दुरूपयोग दुकानों के रूप में किया जाएगा।