भारत बंद को लेकर नोएडा के उद्यमियों और व्यापारियों ने दी प्रतिक्रिया

ABHISHEK SHARMA

नोएडा :– केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन आज 12वें दिन में प्रवेश कर गया। किसानों के समर्थन में पूरा विपक्ष पार्टी एकजुट हो गया है। ऐसे में सरकार के द्वारा किसान नेताओं के बीच कई दौर की वार्ताएं भी हुई हैं, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। वहीं, किसानों ने कल देशव्यापी भारत बंद का ऐलान कर दिया है।

 

हरियाणा-पंजाब के अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली, ओडिशा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, राजस्थान व तमिलनाडु के किसानों ने भी बंद का समर्थन किया है। इसके अलावा 10 ट्रेड यूनियन भी बंद के समर्थन में आ गई हैं।

दिल्ली सीमा पर डटे किसानों ने कहा, आठ तारीख को सुबह से शाम तक भारत बंद रहेगा। चक्का जाम शाम तीन बजे तक रहेगा। ऐसे में आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति भी प्रभावित हो सकती है।

किसानों द्वारा भारत बंद के ऐलान को विभिन्न संस्थाएं अपना समर्थन दे रही हैं। नोएडा में किसानों का आंदोलन तेज हो रहा है। इसको लेकर टेन न्यूज ने विभिन्न संस्थाओं के लोगों से बातचीत की और जाना कि वे किसानों द्वारा भारत बंद के ऐलान का समर्थन करते हैं या विरोध?

सेक्टर 18 मार्किट एसोसिएशन के अध्यक्ष एस के जैन ने बताया कि हम किसान आंदोलन को पूरा समर्थन देते हैं। लेकिन भारत बंद का हम विरोध करते हैं, क्योंकि भारत बंद होने से करोडों लोगों को मुश्किलों का सामना करना पडेगा। वहीं उन्होंने कहा कि हम किसान आंदोलन के समर्थन में इसलिए हैं क्योंकि देशभर के किसान अपनी मांगो के लिए पिछले 12 दिनों से सडकों पर हैं। सरकार के कान पर जूं तक नही रेंग रही है। सरकार बार-बार किसानों के साथ वार्ता करती है लेकिन किसी नतीजे तक नही पहुंच रही है।

सरकार को जल्द से जल्द किसानों की समस्याओं का हल करना चाहिए ताकि किसान आंदोलन से रोजाना लाखों लोगों को समस्याओं का सामना कर पड रहा है। वहीं उन्होंने कहा कि सेक्टर 18 मार्केट में मंगलवार को साप्ताहिक बंदी होती है , इसलिए 8 दिसंबर को मार्केट बंद रहेगी। इसमें किसानों को समर्थन नहीं दिया गया है।

इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव एस पी शर्मा ने इस मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि किसानों की मांग जायज है। सरकार को वार्ता करके किसानों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी संस्था किसानों द्वारा किए गए भारत बंद के ऐलान का समर्थन नही करती है। क्योंकि भारत बंद होने से लोगों को तमाम परेशानियों का सामना करना पडेगा।

उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याएं पिछले कई दशकों से चली आ रही हैं। कांग्रेस की सरकार में भी किसानों की अनदेखी हुई है। बीजेपी सरकार अच्छा कार्य कर रही है लेकिन अगर किसान कृषि कानूनों के पक्ष में नहीं हैं तो इन्हें लाने का कोई औचित्य नहीं है। अगर किसान बड़े पैमाने पर सड़कों पर उतरे हैं तो निश्चित ही कृषि कानूनों में कुछ ना कुछ गलत प्रावधान किए गए हैं। सरकार इनको सुधारे ताकि देश का अन्नदाता सड़कों की जगह अपने खेतों में दिखे।

नोएडा एंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन मल्हन ने कहा कि पहले से ही उद्यमियों को बहुत सारी परेशानियां हो रही हैं। पहले शाहीन बाग में हुए प्रदर्शन के चलते व्यापारियों और उद्यमियों ने बहुत समस्याएं झेली हैं। जिसके बाद कोरोना वायरस शुरू हो गया। इसमें उद्यमियों की अर्थव्यवस्था गड़बड़ा गई है। हम किसानों का समर्थन करते हैं लेकिन इंडस्ट्री किसी भी हालत में बंद नहीं होंगी।

 

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