आभावों के बीच नॉएडा के होनहार ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में लहराया परचम, ट्यूसन पढ़ा निकाला था अपनी पढाई का खर्चा
ROHIT SHARMA ( PHOTO/VIDEO – JITENDER PAL)
होनहार बिरबान के होत चिकने पात यानी की “जो पौधा आगे चलकर बड़ा वृक्ष होनेवाला होता है,छोटा होने पर भी उसके पत्तों में कुछ-न-कुछ चिकनाई होती है . इसी कहावत को चीरतार्थ करता है नॉएडा के निठारी गाँव में रहने वाला शरद कुमार सिंह।
तमाम आभावों के बीच भी इस होनहार छात्र ने 2 साल पहले 10 वीं की परीक्षा में 91.1 % प्राप्त कर नॉएडा शहर में प्रथम स्थान प्राप्त करा तथा अब भी 87.6 % अंक प्राप्त कर नॉएडा शहर में टॉप किया और जिले में चौथा स्थान प्राप्त किया।
शरद कुमार सिंह का सपना इंजीनियर बनने का है। उन्होंने गणित में 91 और भौतिकी में 90 अंक प्राप्त किये हैं। चौंकने वाली बात ये रही की सामन्यतः इंग्लिश में कमजोर समझे जाने वाले यूपी बोर्ड के छात्रों के विपरीत शरद ने इंग्लिश में 86 अंक प्राप्त कर यह मिथक भी तोडा है।
शरद का परिवार निठारी सेक्टर 31 में किराये पर रहता है। परिवार कन्नौज का रहने वाला है और शरद के पिता राम सिंह एक्सपोर्ट हाउस में कर्मचारी है और छः लोगों के परिवार का मिलजुल कर भरण पोषण करते हैं। परिवार में शरद को मिलकर दो भाई, दो बहनें हैं जिनमे से एक बहन की शादी हो चुकी है।
पढाई का खर्चा निकालने के लिए शरद ने ट्युशन का सहारा लिया जिसमे उसकी मदद सेक्टर 29 में रहने वाली सामाजिक कार्यकर्ता रेखा प्रताप ने भी की।
भविष्य में शरद इंजीनियरिंग कर के नॉएडा और देश का नाम रोशन करने की अभिलाषा रखते हैं। परिष्तिथियों से लड़कर आगे बढ़ने और जितने वाली शरद की कहानी सभी छात्र छात्राओं के लिए प्रेरणादायक है और उनके आत्मविश्वास और लगन से आने वाली पीढ़ी को भी बहुत कुछ सिखने को मिलेगा. फिलहाल उज्जवल भविष्य की शुभकामनाऍ ही दी जा सकती है।