सबसे पहले जिले के सभी निवासियों को नए साल की शुभकामनाएँ ,नए साल में कई नयी चुनौतियां है जिसमे पर्यावरण, विकास और गांव और सेक्टर के निवासियों के बीच की बढ़ती खाई को कम करना है यहाँ के गांव के किसानों जो यहाँ के मूल निवासी हैं को साथ लेकर चलना होगा वहीँ शहर में विकास के साथ साथ पर्यावरण की सुरक्षा भी सबसे बढ़ी चुनौती है
जब से मैं जिलाधकारी बना हूँ तब से लोगों के बीच विश्वास पैदा करने का प्रयास किया है जिसमें जिले की जनता में भरोसा पैदा करना चाहता हूँ की अगर वो मेरे पास किसी भी समस्या के लेकर आये तो उसे कोई दिक्कत ना हो और वो आसानी से मुझ से मिल सकें और अपनी समस्या बता सके वहीँ दूसरी उपलब्धि उन मजदूरों और और उनके बच्चों के लिए अच्छा जीवन प्रदान करना है जो नोएडा -ग्रेटर नोएडा में बिल्डर साइट में काम कर रहे है सभी बिल्डर ,प्रशासन और समाजसेवी संगठनों की मदद से एक अच्छा जीवन प्रदान कराना है वहीँ प्राथमिक विधालयो में पढने आने वाले बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा और सुविधा प्रदान की गयी है
सबसे बड़ी उपलब्धि जीवन की
सबसे बढ़ी उपलब्धि पद प्राप्त करना नहीं ऐसे लोगो को मुस्कान देना जो अभावो में जी रहे है वह असली उपलब्धि है जिसके लिए में सतत प्रयास करता हूँ
दिल्ली के नजदीक होने के चलते यहाँ इंफ़्राइस्ट्रक्चर की बहुत जरूरत है साथ ही इसके अलावा शिक्षा की भी बहुत जरुरत है मेरा प्रयास होगा की 70 फीसदी लोगो जो गांव के बच्चे और मजदूरो के बच्चे उच्च शिक्षा ले सके ताकि वो सबके बराबर में खड़े हो सकें ,दूसरी चुनौती यहाँ के पर्यावरण की रक्षा है उनके कारणों को तलाशना और लोगों के बीच इसके लिए जागरूकता फैलाना है , हम सामजिक संगठनो को साथ लेकर इसके प्रति काम करेंगे और 2017 में इसे अहम् मुद्दा बनाया जायेगा ताकि विकास के साथ साथ पर्यावरण सुरक्षा भी की जाएगी ,वहीँ जिन गांवों में आपराधिक गतिविधियां ज्यादा है वहां के बच्चो की काउंसिलिंग की जाएगी और गांव के बच्चों को ऐसे लोगों के जीवन द्वारा प्रेरणा दी जाएगी जिन्होंने अच्छे काम किये है ताकि ये बच्चे गलत लोगों को आदर्श बनाने के बजाये अच्छे कामों के लिए प्रेरित हों सके
जरुरी नहीं की हर कोई आपकी तारीफ ही करता हो कई आपके काम के आलोचक भी होते है उन्हें भी सुनिये जो लोग आलोचना से डरते है या घबराते है वो जीवन में आगे नहीं बढ़ सकते , आपको हमेशा सकारात्मक रहना चाहिए , अगर कोई आलोचना भी करता है वो उसमे से सकारात्मक पहलुओ को चुन कर आगे बढ़ना चाहिए
जीवन में सबसे ज्यादा किसका प्रभाव पड़ा
मेरी माँ शुरू से ही धार्मिक प्रवत्ति की थी जिस कारण मेरा भी धर्म के प्रति झुकाव हुआ वहीँ जब में थोड़ा बड़ा हुआ तो साम्यवाद से प्रभावित हुआ मार्क्स को भी पढ़ा लेकिन कोई समाधान नहीं मिला तो ऊर्जा प्राप्त करने के लिए उपनिषद ,वेद पढ़े तो लगा की सबका सार उपनिषद में ही है उपनिषद ही सबकी आत्मा है
किस तरह की फिल्मो और खेलों में आपकी रूचि है
बचपन में फिजिक्स के स्टूडेंट होने के चलते ज्यादा खेल नहीं पता था लेकिन कुछ समय निकाल कर टेनिस खेल लेता था उसके अलावा वॉलीबॉल भी काफी पसंद है इसीलिए अपने गांव में मैं हर साल वॉलीबॉल की एक प्रतियोगिता भी करवाता हूँ वहीँ फिल्मो की बात करें तो सामजिक सन्देश देने वालो फिल्मो को ज्यादा देखता हूँ नसरुद्दीन शाह ,स्मिता पाटिल और नाना पाटेकर की फ़िल्में देखना पसंद करता हूँ और हाल के एक्टरों में आमिर की कुछ फ़िल्में देखीं हैं